जमशेदपुर : गोलमुरी थाना क्षेत्र में 19 अक्तूबर 2011 को यूपी के शूटरों को लाकर शहर के होटल में ठहराये जाने के मामले में सोमवार को एडीजे चार राजेंद्र कुमार सिन्हा की अदालत में रिटायर डीएसपी इंदुभूषण ओझा की गवाही हुई. गवाही में इंदुभूषण ओझा ने कहा कि शूटरों से गैंगस्टर अखिलेश सिंह हरपाल सिंह हीरे, शंकर मुंडा और होटल मालिक की हत्या करवाना चाहता था.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : 100 करोड़ की फर्जी जमीन बेचनेवाले गुरप्रीत पर एक और मामला दर्ज
रात साढ़े बजे मिली थी गुप्त सूचना
इंदुभूषण ओझा ने गवाही में बताया कि घटना के दिन 19 अक्तूबर 2011 को उन्हें रात के साढ़े 12 बजे गुप्त सूचना मिली थी कि अखिलेश सिंह यूपी के शूटरों को शहर के होटल में ठहराये हुये है. इसके बाद सिदगोड़ा थाना प्रभारी बिनोद कुमार, एमजीएम थाना प्रभारी नंद किशोर राम, सीसीआर के डॉक्टर प्रमोद कुमार, निरीक्षक अंचल सुबोध श्रीवास्तव और कमलनाथ सिंह की टीम बनी थी और छापेमारी की गयी थी.
जसबीर ने होटल में ठहराया था
सूचना पर सबसे पहले जसबीर सिंह के घर शोलापुर पारखडीह में छापेमारी की गयी. वहां से पुलिस ने अखिलेश का मोबाइल, बैंक का पासबुक व अन्य दस्तावेजों को बरामद किया था. जसबीर ही अखिलेश का मोबाइल रिचार्ज करने और रंगदारी का रुपए बैंक में जमा करने का करता था. गिरफ्तारी के बाद जसबीर ने बताया था कि अखिलेश और संतोष पांडेय की ओर से शूटरों को बुलाया गया है. शूटरों की देख-रेख का जिम्मा धर्मेन्द्र प्रधान और शिवकुमार दुबे को दिया गया है.
तीनों शूटर को किया गया था गिरफ्तार
जसबीर की निशानदेही पर एग्रिको के क्रास रोड नंबर तीन, क्वार्टर नंबर 23 में छापेमारी कर अमरजीत पांडेय और बसीर अंसारी को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया था. मामले में अखिलेश सिंह, जसबीर सिंह, धर्मेन्द्र प्रधान, अमरजीत पांडेय, बसीर अंसारी और शिवकुमार दुबे को गिरफ्तार किया गया था. वर्तमान में अखिलेश, जसबीर सिंह और शिवकुमार दुबे के खिलाफ कोर्ट में सुनवायी चल रही है.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : मकान खाली कर भाग जाओ नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा