जमशेदपुर : झारखंड के आंदोलनकारी देवाशीष नायक (66) का शनिवार को इलाज के दौरान खासमहल के सदर अस्पताल में निधन हो गये. वे बिरसानगर जोन नंबर एक के रहनेवाले थे. उन्हें एक सप्ताह पहले ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वे अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं. उनके घर में पत्नी गोलको नायक के अलावा बेटी बिमला नायक, बेटा महेंद्र नायक के अलावा अन्य परिवार के सदस्य भी हैं. बेटी वर्तमान में टाटा स्टीस में अप्रैंटिस कर रही है. बेटा महेंद्र नायक मैट्रिक की परीक्षा दी है.
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आंदोलन के दौरान 6-7 बार गये थे जेल
झारखंड आंदोलनकारी नंदा तांती ने बताया कि आजसू के संस्थापक सदस्य देवाशीष नायक का नाम झारखंड आंदोलन में अग्रणी के रूप में जाना जाता है. वे आंदोलन के दौरान 6-7 बार जेल जा चुके हैं. उनपर आंदोलन के दौरान सीसीए भी लग चुका है. उन्हें झारखंड सरकार की ओर से आंदोलनकारी का पेंशन भी दिया जाता है.
तीन माह से थे अस्वस्थ
देवाशीष नायक पिछले तीन माह से अस्वस्थ चल रहे थे. उन्हें जनवरी 2023 में भी खासमहल के सदर अस्पताल में इलाज के लिये भर्ती कराया गया था. बीमारी ठीक होने के बाद अपने घर चले गये थे. इधर एक सप्ताह पहले उनकी तबियत ज्यादा खराब होने के कारण फिर से दोबारा भर्ती कराया गया था. उनकी शवयात्रा रविवार की सुबह बिरसानगर आवास से सुबह 9.30 बजे के बाद निकाली जायेगी.
आंदोलनकारियों का बेहतर इलाज कराये सरकार
झारखंड आंदोलनकारी करनडीह निवासी नंदा तांती ने बताया कि देवाशीष नायक के अलावा कई आंदोलनकारियों की बेहतर इलाज के अभाव में मौत हो चुकी है. सरकार को इस दिशा में पहल करनी चाहिये. देवाशीष नायक की मौत के बाद अब उनके परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा. सरकार की ओर से परिवार के लोगों को आर्थिक मदद भी मिलनी चाहिये.
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