जमशेदपुर : एक तरफ जहां सरकार की ओर से विद्यालयों को उत्क्रमित किया जा रहा है वहीं शिक्षकों की भारी कमी के कारण छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन बाधित हो रहा है. इसे लेकर जमीनी हकीकत क्या है, इसका अंदाजा पोटका प्रखंड के सानग्राम उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय की व्यवस्था देखकर लगाया जा सकता है. दरअसल यहां ग्यारहवीं क्लास के 113 छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं हैं. उनके बदले प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के शिक्षकों से पठन-पाठन का काम लिया जा रहा है. इससे विद्यार्थियों के पठन-पाठन की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस स्थिति को देख स्थानीय लोग ही कहने लगे हैं कि यहां भगवान भरोसे विद्यार्थियों की पढ़ाई चल रही है.
क्या कहते हैं स्कूल के शिक्षक, देखिये-VIDEO
इस स्कूल के शिक्षक सिद्धेश्वर साह का कहना है कि शिक्षक प्रशांत चंद्र दत्ता को मध्य विद्यालय बावनगोड़ा में प्रतिनियुक्त कर दिया गया है. फिलहाल विद्यालय में शिक्षक की कमी है. छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है. इस मामले में विद्यालय प्रबंधन की ओर से कई बार डीईओ से लेकर जिले के उच्च अधिकारियों को लिखित जानकारी दी गई. उसके बाद भी शिक्षक नहीं दिए गए हैं. इस कारण मध्य विद्यालय के शिक्षक किसी तरह ग्यारहवीं के बच्चों का पठन-पाठन करा रहे हैं.
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