जमशेदरपुर : खेमासुली स्टेशन से अंततः पांच दिनों के बाद रेल चक्का जाम समाप्त होते ही सभी रेल मंडल के अधिकारी अपने स्तर से नफा-नुकसान का लेखा-जोखा तैयार कर रहे हैं. 7 अप्रैल का लेखा-जोखा रेल अधिकारी पहले से ही तैयार कर रखे हुये थे, लेकिन अब फाइनल लेखा-जोखा तैयार करने का काम किया जा रहा है.
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यात्रियों के चेहरे पर लौटी रौनक
पिछले पांच दिनों से ट्रेनों का परिचालन नहीं होने से परेशान रेल यात्रियों के चेहरे पर रविवार की दोपहर से रौनक लौट आयी है. ऐसे कई रेल यात्री हैं जो आर्थिक तंगी के कारण रेलवे स्टेशन पर ही डेरा-डाले हुये थे. इनके पास बस से यात्रा करने के लिये रुपये नहीं थे. ऐसे यात्रियों के चेहरे की रौनक लौट आयी है. रेल अधिकारी भी कम हर्षित नहीं हैं.
सालखन मुर्मू ने भी दो दशक पहले किया था इसी तरह का आंदोलन
कुड़मियों के आंदोलन के पहले जब सालखन मुर्मू ओड़िशा के मयूरभंज जिले से भाजपा के सांसद हुआ करते थे तब उन्होंने संताली को 8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग पर ऐतिहासिक रेल चक्का जाम किया था. चक्का जाम आंदोलन का ही प्रभाव था कि संताली को अंततः 8वीं अनुसूची में शामिल कर लिया गया.
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