जमशेदपुर : आखान जात्रा पर शुक्रवार को करनडीह जाहेरथान कमिटी के ओर से दिशोम जाहेर करनडीह पारम्पारिक तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में पुरुष एवं महिला दोनों वर्ग के प्रतिभागी 328 लोग शामिल हुए। पुरुष वर्ग 50 मीटर दूरी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार करनडीह सारजोम टोला के रहने वाले सकला मुर्मू को, दूसरा पुरस्कार तारास हांसदा को और तीसरा पुरस्कार गंतईडीह के रहने वाले को दिया गया। महिला वर्ग 30 मीटिर दूरी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जाहेर टुडू, दूसरा पुरस्कार सरिता मार्डी, तृतीय पुरस्कार सुमित्रा हेम्ब्रोम को दिया गया।
विजेताओं को किया गया सम्मानित
पुरस्कार वितरण प्रतियोगिता में जाहेर थान कमिटी के अध्यक्ष सीआर.माझी ने किया। उन्होंने कहा कि तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन कर आदिवासी की सांस्कृतिक परम्परा को संरक्षित एवं संजोए रखने का परिपाटी की शुरुआत की है। महासचिव बुढान माझी ने कहा कि तीर धनुष आदिवासी संस्कृति से गहरी ताल्लुक रखती है। इसका उपयोग जन्म संस्कार, विवाह संस्कार एवं आत्मरक्षा के लिए की जाती है। सह सचिव गणेश टुडू ने कहा कि आज अखान जात्रा है। आज का दिन आदिवासी समाज के लिए बहुत ही शुभ है। पुरस्कार वितरण समारोह का संचालन जाहेर थान कमिटी के कोषाध्यक्ष वीर प्रताप मुर्मू ने किया। धन्यवाद ज्ञापन बाबुराम सोरेन ने किया। मौके पर प्रो. रामो टुडू, बाबुराम सोरेन, दुलारी मुर्मू, सुमी सोरेन, पीताम्बर माझी, सचिव रबिन्द्रनाथ मुर्मू आदि मौजूद थे।