Ashok Kumar
जमशेदपुर : रेलवे को मालगाड़ी से सबसे ज्यादा राजस्व प्राप्त होता है. इस कारण से रेल के वरीय अधिकारी मालगाड़ी को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुये ही अब यात्री ट्रेनों में भी मालगाड़ी का काम लिया जा रहा है. कुछ इसी तरह की एक ट्रेन बुधवार को टाटानगर रेलवे स्टेशन पर पहुंची. ट्रेन बिलासपुर से टाटानगर आयी थी.
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ट्रेन के पीछे लगी थी मालगाड़ी
इस ट्रेन के ठीक पीछे वाले हिस्से में एक कोच अलग से जोड़ दिया गया था. यात्री ट्रेन वाली कोच को ही काटकर उसे मालगाड़ी का रूप दिया गया था. उस कोच में ट्रेन के पहियों को लोड किया गया था. मालगाड़ी के डिब्बे में इस तरह की सुविधा मुहैया नहीं होने के कारण यात्री कोच में ही रेल के पहियों को ही नया आकार देकर लोड किया गया था.
चालक ने कहा टाटा ले जाने को कहा
बिलासपुर-टाटा ट्रेन से पहुंचे ट्रेन चालक से बात करने पर उसने कहा कि उसे नहीं पता कि ट्रेन का पहिया कहां पर उतरेगा. उसका तो कहना था कि वह अपनी ड्यूटी कर रहा है.
यात्री ट्रेनों से मिलता है कम राजस्व
रेलवे को यात्री ट्रेनों का काफी कम राजस्व प्राप्त होता है. इस ट्रेन से तो ट्रेन चालक, गार्ड व अन्य का मेंटेनेंस पूरा कर पाने में ही राजस्व का पूरा पैसा निकल जाता है. मालगाड़ी में मेंटेनेंस कम होने का करण रेलवे को अच्छा राजस्व प्राप्त होता है मालगाड़ी में लोडिंग और अनलोडिंग की बात करें तो चक्रधरपुर रेल मंडल सालों से अपने जोन में अव्वल है.
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