जमशेदपुर : मानगो पुलिस ने 7 जनवरी को राजस्थान भवन विष्णु भंडार में हुई मानगो में दो लाख रुपये की हुई चोरी की घटना का शनिवार को उद्भेदन कर दिया है। घटना में दो चोरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से पुलिस ने नकद 9030 रुपये के अलावा अन्य सामानों को भी बरामद किया है। इसकी जानकारी एसएसपी डॉ. एम तमिल वाणन ने अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता करके पत्रकारों को दी।
सीसीटीवी कैमरे से हुई चोरों की पहचान
पुलिस का कहना है कि चोरों की पहचान सीसीटीवी कैमरा देखने के बाद ही हुई थी। दोनों की पहचान परसूडीह सरजामदा का रहने वाला विश्वकर्मा राम और सुरेंद्र सांडिल उर्फ शत्रुध्न उर्फ शत्रु के रूप में हुई थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों का मोबाइल लोकेशन ट्रैक करके अनुसंधान शुरू किया।
शत्रु कर रहा था रेकी व विश्वकर्मा कर रहा था चोरी
सीसीटीवी कैमरा देखने के बाद पुलिस को पता चला कि रेकी करने वाले व्यक्ति का नाम शत्रु है और भीतर घुसकर चोरी करने वाला विश्वकर्मा राम है। इसके बाद दोनों का पता लगाया गया।
वद्र्धमान से हुआ गिरफ्तार
चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद विश्वकर्मा राम अपने परिवार के साथ वद्धमान के रानीगंज चला गया था। संदेह के आधार पर मानगो थानेदार विनय कुमार के नेतृत्व में पुलिस उसे जमशेदपुर लेकर आयी थी। सख्ती से पूछताछ करने के बाद उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। साथ ही अपने साथी शत्रु का भी नाम बताया। उसके बाद उसकी भी गिरफ्तारी की गई।
ये हुआ बरामद
पुलिस ने दोनों के पास नकद 9030 रुपये, एक हजार रुपये का एक पुराना नोट, एक मोबाइल, एक पैशन प्रो बाइक, एक फाइवर टार्च, जीयो कंपनी का पैड, एक लोहे का साबल आदि बरामद किया है।
इन थाने में दर्ज है मामले
दोनों के बारे में पुलिस का कहना है कि वे वर्ष 2014 से ही चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इनके खिलाफ, मानगो, जुगसलाई, गोलमुरी, टेल्को व अन्य थाने में कुल 9 मामले दर्ज हैं। दोनों शहर में ही घुम-घुमकर दुकानों का ताला तोड़कर चोरी करने का काम करते थे।