RANCHI : झारखंड की प्रमुख सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक लोबिन हेंब्रम एक बार फिर अपने ही सरकार के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आ रहे हैं . दरअसल रांची के पुराना विधान सभा मैदान में लोबिन हेंब्रम के नेतृत्व में ‘जमीन खतियान बचाओ’ महाजुटान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. वहां पीड़ितों ने भी अपनी बातों को रखा. उन्होंने कहा है कि हर हाल में जमीन बचाना है झारखंड के आदिवासी और मूलवासियों के लिए और कोई उपाय नहीं है. यहां के लोगों को जगाने का काम करेंगे और सरकार को आईना दिखाने का काम भी करेंगे. इस दौरान झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने जमीन की हेराफेरी के मामले के लिए पदाधिकारियों को भी दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा है कि जहां गलत होगा, वहां ईडी जांच करेगी. उन्होंने कहा है कि जमीन वापस कराने के लिए लड़ाई लड़ेंगे और रणनीति तय करेंगे. उन्होंने भी साफ तौर पर कहा कि यदि सरकार यह काम नहीं करेगी तो हमें जमीन वापस कराने के लिए लड़ाई लड़नी हो होगी. इस दौरान विधायक लोबिन हेम्ब्रम के निशाने पर कई पदाधिकारी रहे.
कहा-सच बोलना यदि बगावत है तो समझो हम बागी हैं
इधर, झामुमो के विधायक लोबिन हेंब्रम का एक बयान सामने आया है जिसमें वे राज्य में 1932 आधारित स्थानीय नीति लागू करने की मांग जोरशोर से उठाते नजर आ रहे हैं. इस क्रम में उनका यह भी कहना है कि यदि सच बोलना बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं. हालांकि, इस बीच उनके भाजपा में शामिल होने से जुड़े सवाल भी चर्चा में है, लेकिन इस तरह के सवालों को विधायक लोबिन हेम्ब्रम में सिरे से नकार रहे हैं. उनका यह भी कहना है कि भाजाप में उनके जाने की चर्चा पूरी तरह से बेमानी है. उन्होंने इस तरह की चर्चा करनेवाले लोगों को भी आड़े हाथों लिया है.