जमशेदपुर : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के मामले की जांच राज्य के किसी सीनियर पुलिस अधिकारी के सुपरविजन में होना चाहिए. यह कहना है जमशदेपुर पूर्वी के विधायक सह राज्य के पूर्व मंत्री सरयू राय का. वे बारीडीही स्थित भारतीय जन मोर्चा के कार्यालय में सोमवार को मीडिया से बात कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने यह भी आशंका जतायी कि मंत्री होने के नाते स्वास्थ्य मंत्री मामले की जांच को बाधित भी कर सकते हैं. वहीं, इस प्रकरण के सामने आने पर कांग्रेस के साथ राज्य सरकार के साख पर भी बट्टा लगा है. ऐसे में कांग्रेस के वरीय नेताओं से बात कर मुख्यमंत्री को अविलंब उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त करना चाहिए. ताकि मामले की जांच प्रभावित न हो. इस दौरान विधायक सरयू राय ने दावा किया कि वायरल वीडियो सौ फीसदी सही है, इसमें किसी तरह की मिलावट की कोई गुंजाईश नहीं दिख रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि भले ही यह वीडियो 21 सेकेंड का दिख रहा है, लेकिन यह ज्यादा लंबा भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि मामले में एफआईआर होना चाहिए, लेकिन उसका मुख्य आरोपी स्वास्थ्य मंत्री को बनाया जाना चाहिए और उनके मोबाइल के साथ उस महिला के मोबाइल की भी जांच की जानी चाहिए, जिसके साथ स्वास्थ्य मंत्री के आपत्तिजनक बात करने का वीडियो वायरल हो रहा है.
ईडी को पत्र लिखकर जांच करने की करेंगे मांग, कहा-महिला को मिले सुरक्षा
इस मौके पर विधायक सरयू राय ने यह भी कहा कि इस तरह के मामलों में पैसों का लेन-देन भी होता है. यदि ऐसा कुछ है, तो कोई इसमें अपना वैद्य कमाई लगा रहा है या अवैध, यह जांच का मामला है. इस तरह का मामला मनी लॉन्ड्रिंग के दायरे में भी आता है. विधायक सरयू राय ने कहा कि इस मामले में ईडी को पत्र लिखकर वे मामले की गहन जांच करने की मांग करेंगे.मीडिया से बात करते हुए विधायक सरयू राय ने उस महिला को उचित सुरक्षा देने की मांग भी पुलिस प्रशासन से की है. उन्होंने कहा कि ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि महिला किसी फर्नीचर हाउस में काम करती है. बताया यह भी जा रहा है कि मामला सामने आने के बाद उसके घर में ताला लगा है. पुलिस को मामले को गंभीरता से लेते हुए उसे सुरक्षा देना चाहिए. ( देखिये-VIDEO)