जमशेदपुर : शहर में निजी स्कूलों की भरमार है। इन स्कूलों की ओर से खूब मनमानी की जा रही है। बगैर समिति के अनुमोदन के ही शहर के कई स्कूल प्रबंधन की ओर से फीस बढ़ा दी गई है। वहीं कई स्कूलों की ओर से अभी तक फीस में वृद्धि करने का काम नहीं किया गया है। इसमें से डीएवी बिष्टूपुर की फीस सबसे ज्यादा हो गई है। यह स्कूल शहर की स्कूलों से सबसे महंगी साबित हो रही है।
इन स्कूलों का बढ़ा दिया गया है फीस
शहर के डीबीएमएस इंगलिश स्कूल, कदमा का डीबीएमएस स्कूल, साकची के दयानंद पब्लिक स्कूल, कदमा का केपीएस स्कूल, टेल्को साउथ पार्क का चिन्मया स्कूल की फीस में बढ़ोतरी कर दी गई है। फीस में बढ़ोतरी किए जाने से अभिभावकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
इन स्कूलों में नहीं बढ़ाया गया है फीस
शहर के जिन स्कूलों का फीस नहीं बढ़ाया गया है उसमें मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल, नर्भेराम स्कूल, बेल्डीह चर्च स्कूल, हिलटॉप स्कूल, एग्रिको स्थित तारापोर स्कूल और जेएच तारापोर स्कूल की ओर से फीस में बढ़ोतरी अभी नहीं की गई है।
फीस बढ़ोतरी के लिए अनुमोदन लेना होता है: विनीत कुमार
जिला शिक्षा अधीक्षक विनीत कुमार का कहना है कि किसी भी स्कूल में फीस बढ़ोतरी करने के पहले समिति से अनुमोदन लेना पड़ता है। बगैर अनुमति के फीस बढ़ाने का प्रावधान नहीं है। जिला शिक्षा अधीक्षक फीस बढ़ोतरी की बात सुनकर दंग रह गए।
स्कूलों में पढ़ाना हुआ महंगा
फीस में बढ़ोतरी किए जाने के कारण अब स्कूलों में बच्चों को पढ़ा पाना महंगा साबित हो रहा है। अभिभावकों के बीच भी यह बात चर्चा का विषय बना हुआ है। शहर के लोग सिर्फ इसी बात की ही चर्चा कर रहे हैं। बिष्टूपुर डीएवी में नर्सरी में बच्चों को पढ़ाना है तो 62,330 रुपये जमा करना होगा। एडमिशन के समय 25 हजार रुपये लिए जाएंगे। अन्य फीस 18,970 रुपये लिए जाए। इसके अलावा तिमाही फीस ट्यूशन फीस के नाम पर अलग से देना होगा।