रांची : अंततः 15 लाख का इनामी भाकपा माओवादी कमांडर इंदल गंझू ने गुरुवार को सरेंडर कर दिया है. उसवे डोरंडा के पुलिस क्षेत्रीय कार्यालय में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और झारखंड पुलिस की मौजूदगी में उसने सरेंडर किया है. सरेंडर करनेवाले इंदल गंझू की बात करें तो वह गया जिले के इमामगंज थाना क्षेत्र के असरैला गांव का रहनेवाला है.
इसे भी पढ़ें : Inside Jharkhad Breaking : सूडान में जमीन और आसमान से हो रही थी फायरिंग, मौत के मुंह से बाहर निकलकर शहर लौटा विनोद
एक दशक से पुलिस के लिये बना हुआ था दहशत
इंदल गंझू पिछले एक दशक से झारखंड और बिहार पुलिस के लिये दहशत बना हुआ था. उसके खिलाफ लातेहार, पलामू, चतरा समेत अन्य जिले में 100 से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं. पुलिस का कहना है कि 3 अप्रैल को चतरा के लावालौंग में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ का नेतृत्व गंझू ही कर रहा था. मुठभेड़ में माओवादी के 5 कमांडर मारे गये थे.
ऑपरेशन बुलबुल से हो रहा नक्सलियों का सफाया
नक्सलियों के सरेंडर के मामले में यह बात सामने आ रही है कि सरकार की ओर से ऑपरेशन बुलबुल और ऑपरेशन ऑक्टोपस चलाकर नक्सलियों का सफाया किया जा रहा है. जो नक्सली सरेंडर कर रहे हैं उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने का काम सरकार की ओर से किया जा रहा है. साथ ही पुर्नवास नीति का भी लाभ उन्हें देने का काम किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : टाटा कंपनी प्रोडक्शन प्लांट के ठेकाकर्मी ने लगायी फांसी