सरायकेला : सदर अस्पताल में बीते दो महीने से मनोचिकित्सक के उपलब्ध नहीं होने के चलते मानसिक रोगियों और उनके परिजनों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. मानसिक रोगी और परिजन दूर-दराज क्षेत्र से यहां इलाज करने पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लग रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रत्येक महीने के प्रथम शुक्रवार को सरायकेला सदर अस्पताल में मनोचिकित्सक उपलब्ध रहते हैं. जहां वे मनोरोगियों का इलाज करते हैं. बीते दो महीने से मनोचिकित्सक के उपलब्ध नहीं होने का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. सरायकेला जिले के एकमात्र सरकारी अस्पताल सदर में सरायकेला के अलावा खरसावां, कुचाई, नीमडीह, तिरूल्डीह आदि दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र से मनोरोगी अपने परिजनों के साथ पहुंचते हैं, लेकिन इलाज नहीं होने के चलते उनके लिए दूर का सफर तय कर अस्पताल पहुंचना परेशानी भरा सबब साबित होता है.
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जमशेदपुर से उपलब्ध होते हैं मनोचिकित्सक
सरायकेला सदर अस्पताल में मनोचिकित्सकों के उपलब्ध नहीं होने के मुद्दे पर सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार ने बताया कि जमशेदपुर उपायुक्त के द्वारा सरायकेला सदर अस्पताल में मनोचिकित्सक को बहाल किया जाता है. जमशेदपुर में हाल के दिनों में ब्लॉक स्तर पर कैंप लगने के चलते मनोचिकित्सक यहां नहीं पहुंच रहे हैं. सिविल सर्जन ने बताया कि जमशेदपुर उपायुक्त से समस्या को देखते हुए जल्द मनोचिकित्सक को प्रतिमाह उपलब्ध कराने की मांग की गई है.
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