जमशेदपुर : जिला मुख्यालय के समक्ष माझी परगना महाल की अगुवाई में शनिवार को बड़ी संख्या मे ग्रामीणों ने अपनी तीन मांगो को लेकर प्रदर्शन सह धरना दिया. इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री के नाम जिले के उपायुक्त को एक मांग पत्र भी सौंपा. इनकी मांग है की झारखण्ड में संथाली भाषा को राजभाषा का दर्जा अब तक नहीं मिल पाया है, जिसे अविलम्ब दिया जाना चाहिए.
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ओलचिकी लिपि में पठन-पाठन शुरू हो
साथ ही कहा की प्राथमिक शिक्षा से लेकर विश्विद्यालय के शिक्षा तक ओलचिकी लिपि में पठन-पाठन की व्यवस्था शुरू किया जाना चाहिए. वहीँ जिला प्रशासन द्वारा परसुडीह क्षेत्र को नगरपालिका क्षेत्र में शामिल किये जाने के प्रस्ताव को भी इन्होंने गलत करार दिया है. इन्होंने कहा की यह संविधान के विरुद्ध है, चूंकि पूर्व से वहां रूढ़ि प्रथा चलती आ रही है और इसका विरोध माझी परगना महाल करता हैं.
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