जमशेदपुर : पूर्व सांसद सह आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कदमा आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगले माह 30 जून को कोलकाता ब्रिगेड परेड ग्राउंड में विश्व सरना धर्म कोड जनसभा का आयोजन किया जायेगा. इसमें 7 प्रदेशों और लगभग 400 प्रखंडों के लाखों आदिवासी कार्यकर्ता और समर्थक शपथ लेंगे. गुलामी से आजादी का आदिवासी क्रांति बिगुल फूंकेंगे. जनसभा में सालखन मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस के मुखिया मोहन भागवत को भी आमंत्रित किया जायगा.
गृहमंत्री को भेजा गया पत्र
सालखन मुर्मू ने सोमवार को देश के गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भेजा है. उन्हें सालखन मुर्मू ने सूचित किया है कि एक तिकड़ी जिसमें आदिवासी स्वशासन व्यवस्था के अगुआ-माझी परगना, मानकी मुंडा आदि, जेएमएम पार्टी,) ईसाई मिशनरी आदि संविधान के अनुच्छेद 13 के 3 (क) का गलत व्याख्या कर आदिवासी समाज को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं. आदिवासी समाज को शांति और सुरक्षा के लिए जरूरी कार्रवाई करने की जरूरत है.
राष्ट्रपति को पत्र भेजकर किया था सावधान
सालखन मुर्मू ने 6 मई को महामहिम राष्ट्रपति को पत्र भेजकर सावधान किया था कि झारखंड भी मणिपुर बन सकता है. यदि वोट बैंक के लोभ लालच में कुर्मी/कुड़मी जैसे जाति को एसटी का दर्जा दिया जायेगा तो असली आदिवासियों का नरसंहार निश्चित है. विनाशकारी है.
सेंगेल 22 मई को कर सकता है बंगाल बंद
सेंगेल की ओर से 22 मई को बंगाल बंद करने को बाध्य है. बंगाल का झाड़ग्राम जिला के जांबोनी थाना और पुरुलिया के हुडा थाना में आदिवासी परिवारों के साथ हुए अन्याय अत्याचार के खिलाफ जिला पुलिस प्रशासन ने अबतक कुछ भी नहीं किया है. इसके पूर्व 15 मई को राजभवन कोलकाता के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. इसमें सालखन मुर्मू और सुमित्रा मुर्मू भी शामिल होंगे. प्रेसवार्ता में सुमित्रा मुर्मू, सोनाराम सोरेन, बिमो मुर्मू, तिलका मुर्मू, जूनियर मुर्मू, कुनुराम बास्के, मंगल अलड्डा, घनश्याम टुडू आदि मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें : Saraikella : जनशताब्दी एक्सप्रेस को सीनी स्टेशन से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना