Ashok Kumar
जमशेदपुर : कदमा के शास्त्रीनगर में उपद्रव की घटना 9 अप्रैल को घटी थी, लेकिन इस मामले में राजनीति का पारा एक माह के बाद जाकर चढ़ा है. इसके पहले तक सिर्फ बयानबाजी का ही दौर चल रहा था. कदमा उपद्रव मामले में पारा चढ़ा है, लेकिन इसके साथ-साथ अन्य कई मुद्दों को भी जोड़कर आंदोलन किया जा रहा है.
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आंदोलन के पहले चरण में सभी जिले में धरना
आंदोलन के पहले चरण में सभी जिले में बारी-बारी से धरना का कार्यक्रम शुरू किया गया है. इसकी शुरूआत पूर्वी सिंहभूम जिले से ही शुरू की गयी है. 8 मई को जमशेदपुर में धरना दिया गया था. इसके बाद 9 मई को चाईबासा मुख्यालय में धरना का कार्यक्रम आयोजित है. मौके पर विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी शरीक होने के लिये चाईबासा पहुंच गये हैं.
प्रदेश अध्यक्ष खुद कर रहे हैं नेतृत्व
कदमा उपद्रव के मामले में आंदोलन शुरू करने के साथ-साथ इसका नेतृत्व खुद भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश कर रहे हैं. जमशेदपुर की धरना में भी उनका चेहरा सामने आया था. इसी तरह से आंदोलन में समर्थन देने के लिये खुद जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो भी पहुंचे हुये थे.
जिला स्तर पर शुरू होना चाहिये था आंदोलन
कदमा में जिस तरह की घटना घटी थी उसके हिसाब से जमशेदपुर में ही जिला अध्यक्ष की ओर से आंदोलन की शुरूआत की जानी चाहिये थे. इसकी चर्चा खुद शहर के लोग कर रहे हैं. जिला स्तर से इस दिशा में किसी तरह की पहल नहीं किये जाने पर अंततः प्रदेश अध्यक्ष को आगे आना पड़ा और आंदोलन का बिगूल फूंकना पड़ा. अब यह आंदोलन सिर्फ जमशेदपुर तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि राज्य के सभी जिले में आंदोलन किया जायेगा.
क्या हुआ था 9 अप्रैल की रात
कदमा के शास्त्रीनगर में 9 अप्रैल की रात दो समुदाय के लोगों के बीच खूब रोड़ेबाजी हुई थी. इस घटना में पुलिस वाले भी घायल हुये थे. घटना के बाद जब एसएसपी प्रभात कुमार मौके पर पहुंचे थे और स्थिति को नियंत्रण करना चाहा तब उनपर भी पथराव कर दिया था. घटना का मुख्य कारण यह था कि महावीरी झंडे में असामाजिक तत्वों ने मांस का लोथड़ा बांध दिया था. इसी को लेकर उठा विवाद उपद्रव का रूप ले लिया था. घटना के बाद ठीक दूसरे दिन ही भाजपा नेता अभय सिंह, अधिवक्ता चंदन चौबे के अलावा विहिप व अन्य कई हिंदुवादी नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इस मामले में यह कहकर विरोध किया जा रहा है कि जो घटना के समय मौके पर नहीं थे उनके खिलाफ ही मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
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