जमशेदपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल में 54 रनिंग कर्मचारियों के निलंबन का मामला नई दिल्ली स्थित रेलवे बोर्ड में गूंजा है. रेलवे बोर्ड के साथ हुए पीएनएम में नेशनल फेडरेशन आफ इंडियन रेलवे (एनएफआईआर) के राष्ट्रीय महासचिव एम रघुवैया ने चेयरमैन के समक्ष जोर शोर से उठाया है और अविलंब इस पर रोक लगाने की मांग की है. इसके साथ ही रघुवैया ने रेलवे बोर्ड के अधिकारी से कहा कि वैसे अधिकारियों के ऊपर कार्रवाई की जाए, जो आनन-फानन में सभी नियमों को तोड़कर कर्मचारियों को बर्खास्त करने की प्रक्रिया अपने तबादले के बाद की और भारतीय रेल में एक उदाहरण के तौर पर चक्रधरपुर मंडल में अपनाया. मालूम हो कि चक्रधरपुर मंडल के वरीय मंडल विद्युत अभियंता (परिचालन) राजेश रौशन ने रनिंग कर्मचारियों पर निलंबन की तलवार चला दी थी, जिसके बाद मंडल में कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है.
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मेंस कांग्रेस कर्मचारियों के हित के लिए चरणबद्ध : शशि
मेंस कांग्रेस के मंडल संयोजक शशि रंजन मिश्रा ने फेडरेशन की इस कार्रवाई का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया है. उन्होंने कहा कि पूरा बोर्ड जिसमें चेयरमैन रेलवे बोर्ड, मेंबर ट्रैफिक एवं तमाम अपैक्स लेवल के अधिकारी शामिल थे. उनके समक्ष यह मुद्दा दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस के तरफ से फेडरेशन के सहायक महासचिव एसआर मिश्रा ने उठाया. उक्त फैसले पर पूरा बॉडी सहमत था कि निलंबन की प्रक्रिया पर रोक लगाया जाए. यह मेंस कांग्रेस की अप्रत्याशित जीत है एवं कर्मचारियों के लिए जो लेसिक के अंतर्गत निलंबित किए गए हैं उनके लिए हर्ष का विषय है. मेंस कांग्रेस को आशा ही नहीं पूरा विश्वास है अपने कर्मचारियों के हितों की रक्षा करने के लिए हम लोग हर प्लेटफार्म पर चाहे वह डिविजन लेवल हो जोनल लेवल हो या फिर रेलवे बोर्ड, उनकी आवाज को हमेशा ऐसे ही उठाते रहेंगे. शशि मिश्रा ने आगे भी कर्मचारियों के हित की लड़ाई में उनका सहयोग देते रहने की अपील की है.
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