नेपाल : झारखंड में दो दशक से आतंक का पर्याय बना 30 लाख रुपये का इनामी पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप को दिल्ली की एनआइए ने झारखंड पुलिस के सहयोग से रविवार को पड़ोसी राज्य नेपाल से काठमांडू से गिरफ्तार कर लिया है. उसे गिरफ्तार करने के बाद एनआइए की टीम उसे लेकर दिल्ली चली गयी है. दिल्ली के बाद ही दिनेश गोप को रांची लाने का काम किया जायेगा. उसके खिलाफ झारखंड पुलिस ने 25 लाख का इनाम घोषित रखा था. इसी तरह से एनआइए ने भी 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
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खुंटी लापा मोरहाटोली का रहनेवाला है दिनेश
पुलिस की नाक में दो दशक से दम करने वाला पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप मूल रूप से झारखंड के खुंटी जिले के कर्रा प्रखंड के ही जरियागढ़ के पास ही लापा मोरहाटोली गांव का रहनेवाला है. दो दशक से दिनेश गोप का आतंक था. इसपर आरोप है कि कंस्ट्रक्शन में लगे मशीनों को फूंक देता था और पर्चा छोड़कर लेवी की मांग करता था और नहीं देने पर बुरे अंजाम भुगतने की धमकी भी देता था.
150 से भी ज्यादा मामले हैं दर्ज
दुर्दांत नक्सली दिनेश गोप के खिलाफ सिर्फ झारखंड में 150 से भी अधिक मामले दर्ज हैं. हाल के दिनों में वह अपना भेष बदलकर रह रहा था. इसकी जानकारी एनआइए को भी लग गयी थी. इसके बाद टीम को नेपाल में लगाया गया था. टीम को पुख्ता जानकारी मिलने के बाद दिनेश गोप को दबोच लिया गया.
टेरर फंडिंग का भी है आरोप
पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप पर टेरर फंडिंग का भी संगीन आरोप पहले लग चुका है. उसपर सुरक्षा बल पर हमला करने संबंधी भी कई मामले दर्ज हैं. वह ठेकेदारों और व्यापारियों को लेवी के लिये धमकाने का भी आरोपी है.
दो पत्नियों को 2020 में किया गया था गिरफ्तार
दिनेश गोप ने दो शादियां कर रखी थी. दोनों पत्नियों की जानकार मिलने पर एनआइए की टीम ने गिरफ्तार कर लिया थ. पत्नियों में हीरा देवी और शकुंतला देवी शामिल है. दिनेश का आतंक, खुंटी, राची, सिमडेरा, गुमला, चाईबासा, लोहरदगा आदि जिले में ज्यादा था.
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