जमशेदपुर : सिविल कोर्ट जमशेदपुर के अधिवक्ता चंदन यादव को कदमा का सौहार्द बिगाड़ने के मामले में जब जेल भेजा गया था, तब यहां के अधिवक्ताओं ने इसके विरोध में कई दिनों तक खुद को न्यायिक कार्य से अलग कर लिया था. ठीक उसी तरह से घाटशिला के अधिवक्ता तपन कुमार चर्टजी के साथ मारपीट कर मुसाबनी पुलिस ने जेल भेज दिया दिया. इसका भी विरोध घाटशिला बार एसोसिएशन की ओर से किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें : 75 रुपये का सिक्का 2 दिनों बाद होगा आपकी जेब में
22 मई की रात 11 बडे कीर्तन से घर लौट रहे थे अधिवक्ता
घाटशिला में अधिवक्ताओं ने शनिवार को बैठक किया और कहा कि घटना के दिन 22 मई को अधिवक्ता तपन चटर्जी रात के 11 बजे कीर्तन से अपने घर लौट रहे थे. इस बीच ही मुसाबनी थाने की पुलिस ने पेट्रोलिंग करने के दौरान अधिवक्ता के साथ मारपीट की गयी. मानसिक और शारीरिक रूप से चोट पहुंचायी.
अधिवक्ता की जमानत याचिका खारिज
इधर घाटशिला बार एसोसिएशन के महासचिव रामा प्रसाद मुखर्जी ने जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे सीजेएम सुशीला सोरेंग की अदालत ने खारिज कर दिया. बैठक में बार एसोसिएशन की ओर से फैसला लिया गया है कि जबतक अधिवक्ता तपन कुमार चटर्जी को न्याय नहीं मिलता है तबतक सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्य से खुद को अलग रखेंगे.
महासचिव पहुंचे जिला बार संघ
घाटशिला बार एसोसिएशन के महासचिव शनिवार को जमशेदपुर जिला बार संघ पुराना कोर्ट भवन में पहुंचे. उन्होंने लॉयर्स डिफेंस के अध्यक्ष परमजीत कुमार श्रीवास्तव, अक्षय कुमार झा, संजीव कुमार झा, रविंद्र कुमार, परमपति भगत, लखेंद्र सिक्का, दिलीप सिंह, दुर्योधन महतो, रंजीत राम, एसएन चौधरी उर्फ नंदू, विनोद कुमार सहित 25 से ज्यादा अधिवक्ताओं से मुलाकात की.
समर्थन करने का लिया फैसला
लॉयर्स डिफेंस के सभी अधिवक्ताओं ने मिलकर एक स्वर में कहा कि घाटशिला बार एसोसिएशन के सभी अधिवक्ता का साथ देंगे. साथ ही साथ घाटशिला बार एसोसिएशन के महासचिव ने महामहिम राज्यपाल झारखंड को ई-मेल और पत्राचार के माध्यम से सारी घटनाओं की जानकारी दी है. इसकी प्रतिलिपि केंद्रीय सतर्कता आयोग भारत सरकार, पुलिस शिकायत प्राधिकरण महा निरीक्षक पुलिस झारखंड, उप-महानिरीक्षक पुलिस कोल्हान प्रमंडल चाईबासा और वरीय पुलिस अधीक्षक जमशेदपुर को अवगत कराया गया है.
इसे भी पढ़ें : छुट्टी के दिन छात्रा को बुलाया स्कूल, बिल्डिंग से गिरी, मौत