जमशेदपुर : भाजपा नेता अभय सिंह समेत उनके तीन भाइयों पर मानगो थाने में रंगदारी का एफआइआर होने के बाद अभय सिंह के भाई निर्भय सिंह ने दूसरे दिन शनिवार को अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि यह मामला व्यक्तिगत है और इसके पीछे एक मंत्री और एक आइपीएस अफसर का हाथ है. मंत्री का खुलासा करते हुये कहा कि उनका नाम बन्ना गुप्ता है और वर्तमान में झारखंड सरकार में स्वास्थ्यमंत्री हैं. उन्हें चरित्रहीन मंत्री बताते हुये कहा कि उनके भाई और चालक पर दुष्कर्म करने का मामला जमशेदपुर शहर के थाने में ही दर्ज है.
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सगीर के पहले शेखर से कराया गया था एफआइआर
निर्भय सिंह ने कहा कि मो. सगीर के पहले उसके पार्टनर शेखर से एक साल पहले साकची थाने में केस कराया गया था. तब 10 लाख की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया गया था. इस बार पांच लाख रुपये का आरोप लगाया गया है. पिछले मामले में वे जमानत ले चुके हैं. वे भी इस मामले में एक केस कर चुके हैं. उनके मामले को वर्तमान में एसएसपी की ओर से दबाकर रखा गया है.
सरकार को गुमराह किये हुये हैं एक मंत्री और आइपीएस अफसर
निर्भय सिंह ने कहा कि झारखंड के स्वास्थ्य मत्री बन्ना और एक आइपीएस अफसर झारखंड सरकार को गुमराह करके रखे हुये हैं. मंत्री बन्ना गुप्ता की लोकप्रियता घट गयी है. बेवजह अभय सिंह का नाम कदमा में दंगा भड़काने में डाल दिया गया है. लोगों को मैनेजर करके आंदोलन होने से रोका गया है. हम डर से भागने वाले नहीं हैं.
अभय सिंह की जमानत नहीं होने देना है मुख्य कारण
पूरे मामले में निर्भय सिंह ने कहा कि अभय सिंह को कदमा में दंगा भड़काने का मामला बनाकर बेवजह जेल भेजा गया है. उन्हें जमानत नहीं मिले ऐसा प्रयास पुलिस की ओर से किया जा रहा है. पुलिस मानसिक रूप से तीनों भाइयों को प्रताड़ित करने का काम कर रही है.
1.8 के स्थान पर 5.8 में बना दिया बिल्डिंग
मो. सगीर की ओर से बिल्डिंग बनाने के बारे में कहा कि उसे 1.8 में बनाना था, लेकिन उसके स्थान पर 5.8 में बना दिया गया है. यह तो जांच का विषय है. इसकी जांच होने पर बिल्डिंग की सच्चाई खुद-ब-खुद सामने आ जायगी.
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