ओड़िशा : ओड़िशा के बालासोर जिले में 2 जून की शाम हुई ट्रेन हादसे में अबतक 261 से ज्यादा की संख्या में ट्रेन यात्रियों की मौत हो चुकी है. घटना में 1000 से भी ज्यादा यात्री घायल हुये हैं जिनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है. जांच में यह बात सामने आ रही है कि ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस ही नहीं लगा था. घटना के समय पहले से ही एक मालगाड़ी बेपटरी हुई थी. इस बीच ही कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन आ गयी. इस दौरान ट्रेन की 21 कोच बेपटरी हो गयी. कुछ कोच मालगाड़ी पर चढ़ गयी. इसी रेलखंड पर बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन भी आ गयी और कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गयी. इसके भी दो कोच बेपटरी हो गये थे.
अस्पतालों में चीख-पुकार मची है. पोस्टमार्टम हाउस में सिर्फ शवों के ढेर लगे हुये हैं. शवों के देखकर उनके परिजन भी पहचान नहीं पा रहे हैं. घटना के बाद शनिवार की सुबह रेलमंत्री घटनास्थल पर पहुंचे. एनडीआरएफ की टीम कल से ही लगी हुई है.
पीएम मोदी पहुंचेंगे घटनास्थल
घटना के बाद पीएम मोदी घटनास्थल पर पहुंचेंगे. इल बीच वे बालेश्वर सदर अस्पताल और कटक एससीबी मेडिकल कॉलेज भी जायेंगे. घटना के बाद ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अस्पतालों में पहुंचे और घायलों के बेहतर इलाज का आदेश दिया.
वीआइपी के कारण इलाज में हो रही परेशानी
बालेश्वर ट्रेन हादसे में घायल यात्रियों का इलाज तो हो रहा है, लेकिन वीआइपी के कारण इलाज में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है. वीआइपी के आते ही इलाज को रोक दिया जा रहा है. वीआइपी के जाने के बाद फिर से इलाज किया जा रहा है. ऐसे में परिवार के लोग भी काफी गुस्से में हैं.
बेपटरी ट्रेन पर चढ़ गयी बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस
बालेश्वर जिले के बाहानगा स्टेशन से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पनपना के पास ट्रेन हादसा हुआ था. हादसा के समय कोरोमंडल एक्सप्रेस पहले से ही बेपटरी हुई थी. इस बेपटरी हुई ट्रेन से बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस की टक्कर हो गयी. हादसे में दोनों ट्रेनों के 21 कोच पटरी से उतर गये थे.