जमशेदपुर : जिस तरह से गैंगस्टर से रूप में शहर के जमशेदपुर में अखिलेश सिंह का नाम सामने आता है उसी तरह से लूट, छिनतई और आर्म्स एक्ट के मामले में सोनारी ग्वाला बस्ती की रहनेवाली चटनी डॉन का सामने आता है. चटनी डॉन लूट के एक मामले में जेल में बद थी, लेकिन मामले की सुनवायी के दौरान कोर्ट ने उसे बरी कर दिया. बरी का कारण यह है कि उस मामले में कोर्ट तक कोई गवाही देने ही नहीं पहुंचा. कुल मिलाकर चटनी डॉन की धमक अब भी बरकरार है.
चटनी डॉन के खिलाफ सोनारी थाने में 25 हजार रुपये की लूट का एक मामला 6 साल पहले दर्ज किया गया था. घटना आशियाना फ्लैट के पास घटी थी. चटनी डॉन पर आरोप है कि उसने बाइक रूकवायी थी और चाकू की नोक पर नकदी लूटकर फरार हो गये थे. शहर के सोनारी ग्वाला बस्ती की रहने वाली लेडी चटनी डॉन उर्फ प्रिया सिंह से हर कोई वाकिफ है. उसकी हरकतों से शहर के लोग भी उसे जानने लगे हैं. उसकी गतिविधियों के कारण पुलिस भी उसपर हाथ डालने से संकोच करती है. वह किसी पर भी कुछ भी आरोप लगा सकती है. इसके भय से लोग उससे डरते हैं. लेडी चटनी डॉन खुद लकड़ों का अपना गैंग चलाती है. गैंग में उसका पति भी शामिल है. घर में उसके माता-पिता और एक भाई भी है. गैंग के लोग सिर्फ लूटपाट करने और रंगदारी मांगने का ही काम करते हैं. अगर बीच में कोई ज्यादा बोल रहा है कि उसके साथ मारपीट करने से भी वे नहीं चुकते हैं. गैंग में शामिल लोग नशा करने के साथ-साथ इसका कारोबार भी बस्ती में करते हैं.
वर्ष 2018 में ट्रक चालक से की थी लूटपाट
वर्ष 2018 की बात करें तो उसके खिलाफ सोनारी थाने में ट्रक चालक से लूटपाट करने का मामला दर्ज कराया गया था. घटना मरीन ड्राइव पर घटी थी. यह मामला 21 फरवरी 2018 को सोनारी थाने में दर्ज कराया गया था. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा था.
शिकायतवाद में 24 फरवरी 2021 को भेजा गया था जेल
चटनी डॉन के खिलाफ कोर्ट में एक शिकायतवाद दर्ज कराने और उसके खिलाफ कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट निकलने पर पुलिस ने उसपर सरेंडर करने का दबाव बनाया था. इसके बाद वह थाने पर पहुंची थी और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. इस बीच ही उसने ब्लेड से अपना गला काट लिया था. यह शिकायतवाद डॉन बिट्टू, जाफर अली और सन्नी ने दर्ज करायी थी.
28 दिसंबर को लगा था 26 हजार लूट का आरोप
सोनारी पुलिस ने 28 दिसंबर 2018 को 26 हजार रुपये और मोबाइल लूट के मामले में उसे गिरफ्तार किया था. यह मामला काशीडीह के रहने वाले नीतीश कुमार ने थाने में दर्ज करायी थी. घटना सोनारी के आशियाना के पास रात के 8 बजे घटी थी. घटना की जांच के क्रम में पुलिस ने उसके गैंग के संतोष साव और राकेश प्रसाद को लूट की मोबाइल को साथ गिरफ्तार किया था. दोनों सोनारी खुंटाडीह के रहने वाले हैं.
20 जुलाई को घाटशिला जेल में चूड़ी से काटी थी गर्दन
चटनी डॉन जब घाटशिला जेल में 20 जुलाई 2021 को बंद थी. तब उसने सुबह के 10 बजे चूड़ी से अपनी गर्दन काटकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था. घटना की सूचना पाकर घाटशिला जेल में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया था. तब उसनेघाटशिला जेल अधीक्षक पर घाघीडीह जेल में शिफ्ट करने के लिए 45 हजार रुपए मांगने का आरोप भी लगाया था.
घाघीडीह जेल में भी मचा रखा था उत्पात
चटनी डॉन को इसके पहले घाघीडीह जेल में ही रखा गया था, लेकिन वहां पर भी उसने उत्पात मचा रखा था. इस कारण से ही उसे घाटशिला जेल ट्रांसफर किया गया था. उस जेल में भेजने के बाद भी उसकी गतिविधियों में किसी तरह का सुधार नहीं आया. अंततः जमानत पर छूटते ही चटनी डॉन ने रंगदारी मांगी और फिर से सुर्खियों में आ गयी थी.