मुंबई : मुंबई में लीव इन पार्टनर की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी मनोज साने ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसने सरस्वती वैद्य की हत्या नहीं की है. सरस्वती ने 3 जून को ही आत्महत्या कर ली थी. जब वह शाम को फ्लैट पर लौटा था तब सरस्वती को फर्श पर पड़ा देखा था. उसकी सांस रूकी हुई थी और मुंह से झाग निकल रहा था. उसे लगा था कि अब उसपर ही हत्या करने का आरोप लग सकता है. इसके बाद उसने शव को ठिकाने लगाने की सोची.
इसे भी पढ़ें : 4 साल की मासूम से 55 साल का वृद्ध ने किया दुष्कर्म
पुलिस को साने की बात पर भरोसा नहीं
पूछताछ कर रही पुलिस को मनोज साने की बात पर भरोसा नहीं है. पुलिस का कहना है कि हो सकता है वह पुलिस को गुमराह कर रहा हो. साने ने पुलिस को बताया कि सरस्वती का किसी और के साथ अफेयर चल रहा था. इसको लेकर वह डांट-फटकार जरूर लगाया करता था, लेकिन उसने उसकी हत्या नहीं की है. उसका कहना है कि वह तो सरस्वती को मैट्रिक परीक्षा की तैयारी करवा रहा था. उसे गणित पढ़ाता था.
शव के टुकड़े तो साने ने ही किये
अगर उसने हत्या नहीं भी की है तो उसने ही सरस्वती वैद्य के शव के टुकड़े किये हैं. हत्या के बाद शव के टूकड़े करने का आरोप भी कम नहीं है. 3 जून से लेकर 7 जून तक उसने फ्लैट में ही शव को रखा और टुकड़ों को कुकर में उबाला. आरोप है कि उसने शव के टुकड़ों को कुत्तों को भी खिलाया है.
साने ने कहा- वह लीव इन में नहीं था
आरोपी साने ने पुलिस को बताया कि वह सरस्वती के साथ लीव इन में नहीं था. वह तो उसे बेटी की तरह रखता था. उसने खुद को एचआइवी पॉजिटिव बताया. वह इस रोग से 2008 से ही ग्रसित है. जिस राशन की दुकान पर साने काम करता था वहीं पर सरस्वती से उसकी मुलाकात हुई थी.
इसे भी पढ़ें : लीव इन पार्टनर की हत्या कर शव कुकर में उबाला और कुत्तों को खिलाया