नयी दिल्ली : भारत मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि चक्रवाती महातूफान बिपरजॉय गुजरात समेत कुल 9 राज्यों में अपना कहर बरपा सकता है. चक्रवात के गुरुवार की शाम 4 से 5 बजे के बीच लैंडफॉल करने की उम्मीद है. इसको लेकर राज्य के लोगों खौफ का माहौल है. वहीं महातूफान बिपरजॉय से निबटने के लिये भी अलग-अलग टीमों को लगाया गया है. प्रभावित जगहों के लोगों को पहले ही वहां से दूसरे जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है. इसको लेकर नौसेना के चार जहाजों को स्टैंडबाय में भी रखा गया है.
गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मेघालय, लक्ष्यदीप, केरल, कर्नाटक, असम और अरूणाचल प्रदेश में महातूफान की चेतावनी दी गयी है. बिपरजॉय गुजरात के तट से टकरायेगा तो उस समय 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवायें चलने का पूर्वानुमान लगाया गया है. इसके लिये राज्य के लोगों को पहले से ही सतर्क कर दिया गया है.
केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर
बिपरजॉय तूफान को लेकर केंद्र सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. देश के गृहमंत्री, रक्षा मंत्री, तीनो सेना प्रमुख, गुजरात के मुख्यमंत्री, आपदा प्रबंधन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ को भी इसके लिये लगाया गया है. मौसम विभाग की भी नजर बिपरॉय तूफान पर ही है.
गुजरात में पूरी सतर्कता
बिपरजॉय को लेकर गुजरात में पूरी सतर्कता बरती जा रही है. इसके लिये एनडीआरएफ की छह टीम, एसडीआरएफ की दो टीम, आरपीएफ की 3 व अन्य टीमों को लगाया गया है. करीब 25 हजार से भी अधिक मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है.
गुजरात में बारिश होने का पूर्वानुमान
बिपरजॉय को लेकर गुजरात के कई हिस्से में बारिश होने का भी पूर्वानुमान मौसम विभाग की ओर से लगाया गया है. इसमें मोरबी, जूनागढ़, कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, जामनगर, द्वारका आदि इलाका शामिल है.
10 से 20 फीट तक उठ सकती हैं लहरें
मौसम विभाग की ओर स बिपरजॉय को लेकर कहा गया है कि गुरुवार की शाम 10 से लेकर 20 फीट तक तूफानी लहरें उठ सकती हैं. इस कारण समंदर के तटिय क्षेत्र को भी भारी नुकसान पहुं सकता है. मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश होने की भी संभावना व्यक्त की गयी है. वर्तमान में गुजरात के मांडवी और गोमती घाट के समंदर में उंची लहरे उठ रही हैं.
किस पोजिशन में है बिपरजॉय
बिपरजॉय की बात करें तो बुधवार की रात के ढाई बजे पूर्वोत्तर अरब सागर के उपर वीएससीए, जखाऊ से करीब 200 किलोमीटर पश्चिम और दक्षिण पश्चिम में है. गुरुवार की शाम 5 बजे तक महातूफान जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और कराची के बीच सौराष्ट्र, कच्छ और पाकिस्तान के आस-पास के तटों को पार करेगा.