रांची : पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने शनिवार को रांची कैंसर हॉस्पिटल और अनुसंधान केंद्र का निरीक्षण किया. मोदी सरकार के सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 9 वर्ष पूर्ण होने पर विकास तीर्थ अभियान के तहत कैंसर हॉस्पिटल रघुवर दास पहुंचे हुये थे. इस दौरान अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ (कर्नल) मदन मोहन पांडे ने अस्पताल के बारे में जानकारी दी. रघुवर दास मरीजों और उनके परिजनों से भी मिले.
डॉ. पांडे ने बताया कि यहां अत्याधुनिक मशीनों से मरीजों का इलाज किया जा रहा है. जांच व इलाज की दरे भी कम है. पहले फेज में 200 करोड़ रुपये की लागत से 7.5 एकड़ में बने इस अस्पताल में रेडियोलॉजी, कीमोथेरेपी और सर्जरी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. इलाज के लिए अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई है.
एक एकड़ में बनेगा प्रेमाश्रय
अगले फेज में ब्लड कैंसर और बच्चों के कैंसर के इलाज के लिए बिल्डिंग का निर्माण कराया जायगा. मरीजों के परिजनों के रहने के लिए एक एकड़ में प्रेमाश्रय बनेगा. सीसीएल से सीएसआर के तहत इसका निर्माण होगा. गंभीर मामले में मुंबई स्थित TMH के चिकित्सकों से टेली कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से इलाज में सहयोग लिया जा रहा है. यहां थर्ड और फोर्थ ग्रेड में पूरी तरह स्थानीय लोगों को नौकरी दी गयी है.
रघुवर ने कहा-सपना प्रोजेक्ट रहा है कैंसर अस्पताल
मौके पर पूर्व सीएम सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा कि रांची में कैंसर हॉस्पिटल उनका सपना प्रोजेक्ट रहा है. इसी को देखते हुए मोमेंटम झारखंड के दौरान उन्होंने रतन टाटा से इसके निर्माण के लिए आग्रह किया था. 2019 में भूमि पूजन में वे भी आए थे. आज अपना सपना पूरा होता देख अच्छा लग रहा है. अब झारखंड ही नहीं आस-पास के राज्यों के लोगों को भी कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बाहर नहीं भटकना पड़ेगा. भ्रमण के बाद उन्होंने राज्य के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह से बात कर इसे यथाशीघ्र मुख्यमंत्री असाध्य बीमारी योजना में शामिल करने का आग्रह किया.