जमशेदपुर : परसुडीह थाना क्षेत्र की रहनेवाली एक 7 साल की बच्ची के साथ उसके ही मकान मालिक सह लाफार्ज का कर्मचारी एस प्रसाद ने 10 जुलाई को दुष्कर्म का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने मामले में धारा छेड़खानी का लगा दिय है. जिस तरह का आवेदन मामले में पीड़िता के परिवार के लोगों ने दिया है उसके हिसाब से धारा 376, 511 और पोस्को 6 लगना चाहिये था, लेकिन पुलिस ने धार को ही पलट दिया है.
पूरे मामले में छह दिनों के बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. आरोपी लाफार्ज का कर्मचारी है और वह हर हाल में मामले को मैनेज करने में लगा हुआ है. परसुडीह पुलिस भी मामले को छेड़खानी में तब्दील कर ठंडे बस्ते में डाले हुये है.
एसएसपी तक पहुंचा मामला
मामले को छेड़खानी में तब्दील करने और मैनेज करने के मामले को परिवार के सदस्यों ने एसएसपी प्रभात कुमार तक भी पहुंचाया है. बावजूद छह दिनों के बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गयी है.
उंचे ओहदेवाले कर रहे पैरवी
पूरे मामले में उंचे पदों पर बैठे जनप्रतिनिधियों से भी मामला मैनेज करवाने के लिये पैरवी की जा रही है. वहीं पीड़ित परिवार के लोग किसी भी सूरत में मामले को मैनेज नहीं करना चाह रहे हैं.
यशोदानगर का रहनेवाला है आरोपी
घटना के बारे में आरोप मकान मालिक सह लाफार्ज का कर्मचारी एस प्रसाद पर लगाया गया है. मामले में कहा गया है कि 10 जुलाई की शाम 5.45 बजे एस प्रसाद 7 साल की बच्ची को यह कहकर नीचे वाले कमरे में लेकर गया कि उसे बिस्कुट देगा. इसके बाद उसने कमरे को बंद कर लिया.
मां के पहुंचने पर बच गयी बच्ची
बेटी को खोजते हुये मां जब मकान मालिक के कमरे के पास पहुंची तब भीतर से आवाज आयी. इसके बाद ठीक 2 से 3 मिनट के बाद भीतर से कमरा खोला गया. इस बीच बच्ची ने घटना की जानकारी अपनी मां को दी. इसके बाद मामला थाने तक पहुंचा.
थाना प्रभारी ने नहीं उठाया फोन
पूरी घटना के संबंध में परसुडीह थाना प्रभारी को फोन भी किया गया और मैसेज भी किया गया, लेकिन उनकी ओर से फोन तक रिसीव नहीं किया गया.