Chakradharpur : शहर के चर्चित हिंदूवादी नेता कमलदेव गिरी हत्याकांड के मामले में अब महिला आयोग की भी जांच शुरू हो गयी है. बुधवार को राष्ट्रिय महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी जांच के लिए चक्रधरपुर पहुंची. वे स्वर्गीय कमलादेव गिरी के घर पहुंची और परिवार वालों से घटना की पूरी जानकारी ली.
बीते नवंबर महीने हुई थी हत्या
बता दें कि पिछले साल 12 नवम्बर को कमलदेव गिरी की बम और गोली मारकर भारत भवन चौक में हत्या कर दी गयी थी. न्याय की मांग पर कमलदेव की छोटी बहन पूजा कुमारी सहित पूरे परिवार ने चाईबासा में धरना दिया था. इस धरना प्रदर्शन के दौरान पूजा कुमारी ने तत्कालीन थाना प्रभारी निरंजन तिवारी पर दुर्व्यवहार और मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया था. इसी मामले की जांच में ममता कुमारी चक्रधरपुर कमलदेव गिरी के घर पहुंची थी.
पुलिस की लापरवाही आई सामने
आश्चर्य की बात यह रही कि राष्ट्रिय महिला आयोग ने चक्रधरपुर पुलिस को तीन दिन पहले ही दौरे की सूचना दे दी थी, लेकिन इसके बावजूद कमलदेव गिरी के परिवार वालों को यह सूचना पुलिस द्वारा नहीं दी गयी थी. महज दस मिनट पहले परिवार वालों को राष्ट्रीय महिला आयोग के दौरे की सुचना मिली. इस मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने चक्रधरपुर और जिला पुलिस पर भारी नाराजगी जताई है. आयोग को अब लगने लगा है की पुलिस और प्रशासन पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में सहयोग नहीं कर रहा है.
परिवारवालों से घंटो हुई वार्ता
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी ने घंटों कमलदेव गिरी के परिवार वालों से वार्ता की और घटना की जानकारी लेते हुए उन पर हो रहे आत्याचार और नाइंसाफी की जानकारी ली. परिवार वालों ने खुलकर बताया की कैसे हत्या के बाद से ही पुलिस प्रशासन उन्हें प्रताड़ित कर रही है. जांच के नाम पर कहानी गढ़ी जा रही है. असली हत्यारों को पकड़ा नहीं जा रहा है. जांच की दिशा घुमा दी गयी है.
परिजनों ने लगाई न्याय की गुहार
इसके अलावे उन्हें हत्या की धमकी मिलने के बावजूद जिला प्रशासन सुरक्षा गार्ड मुहैया नहीं कर रही है. कमलदेव के परिवार वालों की सारी बातों को सुनने के बाद ममता कुमारी ने मामले की रिपोर्ट तैयार कर वरीय पदाधिकरियों तक पहुंचाने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कही. उन्होंने इस मामले पर डीसी और एसपी से भी वार्ता करने की की बात कही है. इससे पहले उन्होंने कमलदेव गिरी के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.