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मणिपुर में महिला को नंगा कर घुमाने और सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी का घर फूंका
मणिपुर में तीन महिलाओं को नंगा कर उसे भीड़ की ओर से घुमाने और उसके बाद उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का वीडियो वायरल होते ही एक समुदाय के लोगों का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा. भारी संख्या में लोग सड़क पर उतर गये और भीड़ की ओर से ही घटना के मुख्य आरोपी का घर फूंक दिया गया. इस बीच जोरदार प्रदर्शन भी किया और सरकार से आशा की गयी कि उनके साथ न्याय किया जायेगा. वहीं पूरे मामले में पुलिस ने अबतक मुख्य आरोपी समेत कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जिस तरह का वीडियो 19 जुलाई को वायरल हुआ था, उससे पूरे देश ही शर्मशार हो गया है. पहली बार ऐसा हुआ कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से कहा गया कि अगर मामले में सरकार की ओर से कार्रवाई नहीं की जाती है तो हम कार्रवाई करेंगे.
मणिपुर : मणिपुर के कांगपोकली में तीन महिलाओं को नंगा कर घुमाने और सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले में गुस्साए लोगों ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी के घर को फूंक दिया है. मामले में पुलिस प्रशासन की ओर से कार्रवाई करते हुए कुल चार आरोपियों को अबतक गिरफ्तार कर लिया गया है. बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस अभी छापेमारी कर रही है. घटना 4 मई को घटी थी, लेकिन घटना का वीडियो 19 जुलाई को वायरल हुआ था. इसके बाद पुलिस ने ढाई माह के बाद इस दिशा में पहल की. सुप्रीम कोर्ट की ओर से भी मामले में संज्ञान लेते हुये कहा गया था कि अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो हम करेंगे.
मणिपुर की घटना ने पूरे देश को ही शर्मशार कर दिया है. जिस तरह से एक समुदाय की तीन महिलाओं के साथ हरकत की गयी थी उसे लोग भुला नहीं पा रहे है. पहले तो तीनों महिलाओं के भाई और पिता की हत्या भीड़ ने उनके सामने ही कर दी थी. इसके बाद तीनों महिलाओं को नंगा होने के लिये कहा गया था. नंगा होने के बाद भीड़ के साथ चलने के लिये कहा गया था.
जिस्म के साथ खेल रहे थे लोग
तीनों महिलाओं को नंगा करने के बाद भीड़ में शामिल लोग महिला के जिस्म से रास्ते में खेल रहे थे. कोई प्राइवेट पार्ट के साथ छेड़छाड़ कर रहा था तो कोई शरीर के अन्य हिस्से के साथ. वायरल वीडियो ने पूरे देश को ही झकझोर कर रख दिया है.
सुरक्षा बलों के सामने हुआ सबकुछ
जिस तीन महिलाओं को नंगा कर घुमाया गया और उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया तब सुरक्षा बल भी मौजूद थी. सुरक्षा बलों से भीड़ ने तीनों महिलाओं को खींच लिया था और अपने कब्जे में कर लिया था. पुलिस इस बीच तमाशबीन ही बनी हुई थी.
पुलिस की भी लापरवाही आयी है सामने
पूरे मामले में पुलिस की ओर से भी कम लापरवाही नहीं की गयी है. घटना 4 मई की है और पीड़ित परिवार के लोगों ने 18 मई को लिखित शिकायत थाने में की थी. इस बीच मामला 21 जून को दर्ज किया गया. इसके बाद भी किसी आरोपी को गिरफ्तार तक नहीं की गयी थी. अंततः वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की ओर से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में तो पुलिस को अलग से आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिये थी.