मणिपुर : मणिपुर में तीन महिलाओं को नंगाकर उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने की घटना घटती है, लेकिन पीड़ितों की सुधि लेने के लिये सीएम एन बीरेन सिंह तक नहीं पहुंचते हैं. आखिर सीएम पीड़ितों से मिलने क्यों नहीं पहुंचे हैं. यह सवाल दिल्ली महिला आयोग की चीफ स्वाति मालीवाल ने उठाया है. तीन दिनों के बाद मणिपुर दौरा से लौटी मालीवाल ने कहा कि पीड़ितों से मिलने कोई भी सरकारी अमला तक नहीं पहुंचा है.
स्वाति मालीवाल ने कहा कि मणिपुर के पीड़ितों की कहानी सुनकर पूरा शरीर ही सुन्न हो जाता है. सबसे बड़ी बात घटना के बाद उनकी सुधि लेनेवाला भी कोई नहीं है. उन्हें देखने और सुनने वाला कोई नहीं है. जिला प्रशासन तक के लोग उनसे मिलने के लिये नहीं पहुंचे हैं. वह पहली महिला है जो पीड़ितों से मिलने के लिये पहुंची हैं.
सिर्फ एक महिला से हुआ सामूहिक दुष्कर्म
स्वाति मालीवाल को पीड़ितों ने बताया कि घटना के दिन 3 महिलाओं को नंगा कर घुमाया गया था, लेकिन सिर्फ एक महिला के साथ ही सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. वह महिला अभी तक अपनी पीड़ा से उबर नहीं पायी है. बार-बार उसके जेहन में घटना घुमती रहती है. उसकी काउंसिलिंग करने की जरूरत है.
राहत शिविरों में अभाव
स्वाति मालीवाल ने कहा कि मणिपुर में राहत शिविर तो लगाये गये हैं, लेकिन वहां पर जरूरत के सामान का अभाव है. जिस चीज की जरूरत है उन्हें मुहैया नहीं कराया जा रहा है. इस दिशा में राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी ध्यान देने की जरूरत है.
पीएम और गृहमंत्री जाकर लें मणिपुर का हाल
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि मणिपुर के हालात कैसे हैं इसके लिए तो पीएम और गृहमंत्री को जाकर देखना होगा. उन्हें पीड़ितों से मिलने की जरूरत है. साथ ही सीएम के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की.