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अमरनाथ सिंह हत्याकांड- कहीं रेकी कर तो नहीं दिया गया घटना को अंजाम
गैंगस्टर अमरनाथ सिंह का गणेश सिंह के साथ पिछले 8 सालों से अदावत चल रही थी. इसका नमूना भी आए दिनों सामने आया करता था. बीच में गणेश सिंह पर बम से हमला किया था तब भी अमरनाथ का ही नाम सामने आया था. इधर अमरनाथ के ईशारे पर गणेश सिंह के भाई पर फायरिंग करायी गयी थी. इस घटना के बाद से गणेश सिंह और अमरनाथ सिंह के बीच की दूरी और बढ़ गयी थी. गणेश सिंह का नाम इस हत्याकांड में साजिशकर्ता के रूप में सामने आ रहा है.
जमशेदपुर : शहर के गैंगस्टर अमरनाथ सिंह की हत्या देवघर के बासुकीनाथ मंदिर के पास इतनी आसानी से हो जाएगी इसका आभास तक किसी को नहीं था. जिस तरह से हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है उससे तो साफ लग रहा है कि उसकी हत्या के पहले पल-पल की रेकी की गयी थी. अमरनाथ ने बाबाधाम जाने की प्लानिंग की थी. यह बात आरोपियों तक भी पहुंच गयी होगी.
अमरनाथ को रास्ते से हटाने के लिए बड़ी बारीकी से साजिशकर्ता ने घटना को अंजाम दिया है. आरोपियों को गेरुवाधारी कपड़े पहना दिया ताकि किसी को भी आशंका नहीं हो. इस बीच जैसे ही अमरनाथ अकेला पड़ता है और उसकी गोली मारकर हत्या कर दी जाती है.
बाकी को भेज दिया था गाड़ी लाने
घटना की रात अमरनाथ ने अपने बाकी साथियों को गाड़ी लाने के लिये भेज दिया था. इसके बाद साथी गाड़ी लाने के लिये चले जाते हैं और इधर अमरनाथ अकेला पड़ जाता है जिसका फायदा बदमाशों को मिल जाता है.
झोला से हथियार निकाला और चला दी गोली
इस बीच तीन बदमाश झोला से हथियार निकालते हैं और गोलियां चला देते हैं. गोली उसके सिर पर सटाकर मारी गयी थी. घटना के बाद ही अमरनाथ ढेर हो जाता है. उसके साथियों और गुर्गों को जबतक कुछ समझ में आता उसके पहले ही गोली मारनेवाले बदमाश फरार हो जाते हैं.
अब सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
पूरे मामले की सच्चाई जानने के लिये अब पुलिस सीसीटीवी कैमरे को खंगाल रही है. कैमरे में बदमाश दिखाई दे रहे हैं, लेकिन पुलिस उन बदमाशों को पहचानती तक नहीं है. मुखबिर भी बदमाशों को नहीं पहचान रहे हैं.
जमशेदपुर से जुड़े हुए हैं घटना के तार
पूरी घटना की तार जमशेदपुर से जुड़ी हुई है. पूरे मामले में साजिशकर्ता के रूप में गणेश सिंह का ही नाम सामने आ रहा है. परिवार के लोगों और अमरनाथ के गुर्गों ने गणेश सिंह पर ही अपनी आशंका व्यक्त की है. कहा कि गणेश सिंह के गुर्गों ने ही हत्या की घटना को अंजाम दिया है.
गणेश सिंह समेत 4 पर नामजद प्राथमिकी
पूरे मामले में मानगो के रहनेवाले गणेश सिंह, राजा शर्मा, दीपक चौधरी और उत्तम महतो को आरोपी बनाया गया है. इसके अलावा भी कुछ अज्ञात को आरोपी बनाया गया है. यह मामला जरमुंडी थाने में दर्ज कराया गया है. घटना के संबंध में आशुतोष ओझा के बयान पर मामला दर्ज कराया गया है.