दिल्ली : पाकिस्तान के करांची की रहनेवाली सीमा हैदर की अवैध रूप से भारत में इंट्री होने के खुलासे के बाद से ही नेपाल बॉर्डर पर सख्ती बढ़ गयी है. बिना जांच और वैध कागजात के किसी को भी आने या जाने नहीं दिया जा रहा है. इसका खुलासा तब हुआ जब अतीक गैंग और नेपाली माफिया के बीच होनेवाली सीक्रेट डील नहीं हो सकी. नेपाल में मीटिंग बुलायी गयी थी, लेकिन अतीक और अशरफ की पत्नियां शाइस्ता और जैनब माफिया की बेनानी संपत्तियों को बचने में अब बड़ा रोड़ लग गया है.
अतीक अहमद की बात करें तो वह उत्तर प्रदेश का रहनेवाला. उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन और अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब के पास रुपये की कमी नहीं है. अब दोनों अतीक और अशरफ की संपत्तियों को बेचना चाहते हैं. इन पैसों का उपयोग अली और उमर को जेल से बाहर निकालने के लिये किए जाने की योजना है.
दोनों ने रखा है विजय मिश्रा को वकील
इसके लिए दोनों ने विजय मिश्रा को वकील के रूप में रखा है. विजय मिश्रा ने पुलिस को बताया है कि अतीक की लखनऊ और प्रयागराज में बेनामी संपत्तियां है. वह उसे बेचना चाहता है. नेपाल मे रहनेवाले यूपी का एक माफिया इन संपत्तियों को खरीदने में रुचि ले रहा है. इसकी पूरी डील हो चुकी थी.
लखनऊ में बुलायी गयी थी मीटिंग
इस काम को फाइनल करने के लिए लखनऊ में मीटिंग बुलायी गयी थी. खरीदार एक बार साइस्ता और वकील विजय मिश्रा से मिलकर बातचीत करना चाहता था. 26 जुलाई को ही मीटिंग बुलायी गयी थी. मीटिंग का समय इस कारण से टलता रहा क्योंकि सीमा हैदर की भारत में अवैध रुप से इंट्री के बाद नेपाल बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी गयी है. लखनऊ में वकील, साइस्ता और जैनब पांच दिनों तक नेपाल के माफिया के पहुंचने के इंतजार में बैठे हुए थे.