Ranchi : बैंक प्रबंधन द्वारा अवैध तरीके से स्थान्तरण किये जाने के खिलाफ झारखंड राज्य सहकारी बैंक कर्मचारी संघ का बैंक के मुख्यालय स्थित परिसर में अनिश्चितकालीन महाधरना दूसरे दिन भी जारी रहा. इस बीच दो राउंड लगातार बैंक प्रबंधन से वार्ता के बाद भी सकारात्मक पहल नहीं हो सही है, जिसके कारण कर्मियों में रोष का माहौल देखा जा रहा है.
महाधरना से रहा करोड़ों का नुकसान
वहीं, इस महाधरना के कारण बैंक को करोड़ो का नुकसान हो रहा है. मुख्यालय में पूरी तरह से काम ठप है. 4 दिनों से मुख्यालय में आला अधिकारी नदारद हैं.
बैंक लॉगिन आईडी को किया गया बंद
इधर, कर्मियों के अवैध स्थान्तरण के बाद जबरन लॉगिन आईडी को बंद कर दिया गया है. इसके कारण राज्य के 105 शाखाओं पर बुरा असर पर रहा है. ग्रहकों को भी अनेक प्रकार से परेशानी हो रही है.
संघ की प्रबंधन से यह है मांग
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स्थानांतरण नीति (ट्रांसफर पॉलिसी) के बिना किसी प्रकार का स्थानांतरण नहीं किया जाए, जिससे कर्मचारियों के मानसिक, आर्थिक और पारिवारिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव ना पड़े. अतः बैंक स्थानांतरण नीति स्वीकृत करते हुए ही स्थान्तरण किया जाए.
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बैंक में कर्मचारियों के शहरी और ग्रामीण पदस्थापना में उनके वेतन भत्ता में आसमानता है, जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों के कर्मचारियों के स्थापना होने पर वे प्रेरणाहीन हो जाते हैं. इससे उनकी कार्य कुशलता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. अतः ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थापित कर्मियों को पे प्रोटेक्शन के तहत वेतन भत्ता को समान किया जाए और उसके पश्चात ही स्थान्तरण किया जाए.
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बैंक में कर्मचारियों की नियुक्ति के पश्चात लंबे समय से एक भी प्रोन्नति नहीं की गई, जिससे कर्मचारियों पर नकारात्मक असर पड़ रहा है. अतः संघ मांग करती है कि कर्मचारियों के प्रोन्नति के पश्चात ही नियमित (रोटेशनल) स्थान्तरण किया जाए. अतः संघ मांग करती है कि अवैध स्थान्तरण को अविलम्ब रद्द करते हुए उपरोक्त मांगों पर संघ को आस्वस्त करें, नही तो संघ का अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा.