आदित्यपुर : भारत सरकार के केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आज अदृश्य सेवा कर स्व. प्रवीण सिंह जैसा बना जा सकता है. उन्होंने समाज में जो अपनी पहचान बनायी थी उसका ही उदाहरण आज रक्तदान शिविर में देखने को मिल रहा है. वे आदित्यपुर के भगवती इनक्लेव सामुदायिक भवन में प्रवीण सिंह स्मृति सेवा संस्था की ओर से आयोजित रक्तदान शिविर में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. मौके पर ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह, खरसावां विधायक दशरथ गागराई समेत अन्य नेता व समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे. शिविर में 891 यूनिट रक्त संग्रह किया गया.
इसे भी पढ़ें : मैं स्कूल गयी थी रिजल्ट लाने बेटा कहां चला गया
अपने कर्मों से मानवीय पहलुओं को यथार्थ करें- मुंडा
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आज अपने कर्मों से मानवीय पहलुओं को यथार्थ कर सकते हैं. मनुष्य का दायित्व सिर्फ परिवार चलाने के लिए ही नहीं होता है बल्कि अदृश्य तरीके से सेवा करना चाहिए. रक्तदाता को पता नहीं होता है कि उसका रक्त किसके शरीर में जाएगा, लेकिन जिसके शरीर में जाता है उसके परिवार के सदस्यों को इसका आभास जरूर होता है. शरीर पंचतत्वों से बनता है और इस जीवन में ही पंचतत्वों की कमी पूरी करनी होती है.
अर्जुन मुंडा ने अंकुर सिंह को किया सम्मानित
आयोजित समारोह में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के भतीजे अंकुर सिंह को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया. साथ ही उनकी पीठ थपथपायी और स्व.
प्रवीण सिंह की तरह बनने का भी आर्शिवाद दिया. जहां मंत्री अर्जुन मुंडा ने अंकुर सिंह को सम्मानित किया वहीं अंकुर सिंह ने भी मंत्री को सम्मानित किया और आर्शिवाद लिया.
बीमार व्यक्ति जानता है रक्त का मूल्य- अरविंद सिंह
ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह ने आयोजित समारोह में कहा कि जब वे बीमार पड़े थे, तब उन्हें पता चला था कि रक्त का मूल्य क्या होता है. रक्त का कोई मोल नहीं है. मेरे पास सबकुछ था. बावजूद अपने छोटे भाई को खो दिया. अब पता चलता है कि दुनिया में कुछ भी नहीं है.
चांडिल के लिये दी एंबुलेंस की सुविधा
ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह ने कहा कि प्रवीण सिंह स्मृति सेवा संस्था की ओर से एक एंबुलेंस की सुविधा चांडिल के लोगों को दी गयी है. संस्था आगे भी इस तरह का कार्य समाजहित में करती रहेगी.
रक्तदान के लिए आगे आएं- दशरथ गागराई
खरसावां विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि रक्तदान के लिए युवाओं को आगे आने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वे भी कोरोनाकाल में एक माह तक अस्पताल में भर्ती थे. 9 बार कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आया था, लेकिन 10वीं बार निगेटिव आने के बाद राहत मिली थी.
प्रवीण सिंह थे दोस्तों में दिल अजीज- तोते
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते ने कहा कि रक्तदान जीवन दान के बराबर है. स्व. प्रवीण सिंह दोस्तों में दिल अजीज थे. उनके बराबर मुलाकात होती थी.
मित्रों की सेवा में समय देते थे- आरके सिंह
टाटा वर्कर्स यूनियन के महासिचव आरके सिंह ने कहा कि प्रवीण सिंह मित्रों की सेवा में समय देते थे. सुख-दुख में शरीक होते थे. को-ऑपरेटिव कॉलेज और वर्कर्स कॉलेज में साथ में आंदोलन किया था. वे बार-बार फोन करके बोलते थे टाटा मोटर्स अस्पताल में में एक बेड की आवश्यकता है और वे उनकी मांगों को भी पूरी करने का प्रयास करते थे.
राजनीति में आने के पहले से जानता था प्रवीण सिंह को
गोड्डा के पूर्व पार्षद प्रवीण सिंह ने कहा कि मैं जब राजनीति में नहीं था तब से ही स्व. प्रवीण सिंह को जानते थे. 1995 में प्रवीण सिंह के संपर्क में आए थे. उन्होंने कहा कि जिंदा दिल मरा नहीं करते हैं. अरविंद सिंह के भतीजे अंकुर सिंह को भी उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में सहयोग करने के लिए शुभकामनाएं दी.
डॉ मृत्युंजय कुमार और डॉ आलोक श्रीवास्तव सम्मानित
कोरोनाकाल में बेहतर योगदान देने पर डॉ. मृत्युंजय कुमार, डॉ आलोक श्रीवास्तव और तीन अन्य नर्सों को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की ओर से सम्मानित किया. साथ ही सभी का इसी तरह से काम करने के लिये हौसला भी बढ़ाया गया.