जमशेदपुर : मानगो गौड़ बस्ती के लोग पिछले करीब तीन महीने से पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. इस बस्ती की आबादी करीब 25 हजार है. लेकिन बस्ती के लोगों के समक्ष पानी की समस्या ने इस कदर विकराल रूप धारण कर लिया है कि अब बस्तीवासी अपने मेहमानों को घर आने से रोक दे रहे हैं. ऐसे में बुधवार को पूर्व डीआईजी राजीव रंजन ने क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. साथ ही, उन्होंने बस्तीवासियों को आश्वस्त किया कि जिले के उपायुक्त सहित स्वच्छता विभाग के सचिव से मिलकर इस समस्या के समाधान की मांग करेंगे.
मानगो नगर निगम का दावा हुआ फेल
एक ओर मानगो नगर निगम जहां पूरे क्षेत्र में घर-घर पाइप लाइन से पानी पहुंचाने का दावा कर रहा है. वहीं, गौड़ बस्ती के लगभग 25 हजार की आबादी विगत 3 वर्षों से पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे है. इसे लेकर परिवार के सदस्य साकची या फिर दूर-दराज के इलाकों से गैलन में पानी लाने को मजबूर है. क्षेत्र के लोग कई बार एमएनएसी में शिकायत करने के बावजूद स्थायी समाधान नही कर पा रहे है. देर रात पानी आता भी है तो उसकी धार इतनी कम होती है कि पानी भरने से पहले ही बंद हो जाता है. इसी स्थिति को लेकर अब क्षेत्रवासी मेहमानों को घर आने से रोक रहे है. उनका कहना है कि जब पानी ही नहीं है, तो मेहमानों की खातिरदारी कैसी होगी.
सरकार की उदासीनता उजागर : राजीव रंजन
इस मामले को पूर्व डीआईजी सह भाजपा नेता राजीव रंजन ने क्षेत्र के लोगो से भेंट कर स्तिथि का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि एमएनएसी और पेयजल विभाग की लापरवाई के कारण बस्ती में आने वाली पानी की पाइप को 8 इंच से भी कम का लगाया गया है. वहीं 4 मोटर पम्प कभी एक साथ चालू नहीं किया गया है. इस वजह से ये समस्या उत्पन्न हो रही है, जबकि होडिंग टैक्स में 100 फीसदी वृद्धि कर दी गयी, लेकिन पानी जैसी मूलभूत सुविधा के प्रति सरकार की उदासीनता सामने आ रही. इसे लेकर वे जिले के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के अलावा पेयजल एवं स्वछता विभाग के सचिव और मंत्री को स्थिति से अवगत कराते हुए अविलम्ब इसका समाधान का मांग करेंगे.