इस टायर को रबड़ की बजाए मेटल का बना होगा. इसमें सिल्की स्प्रिंग का उपयोग किया जाएगा. यह स्प्रिंग टायर की चारो तरफ लगा होगा. स्प्रिंग निकल और टाइटेनियम धातु से बनाया गया है. यह रबड़ की तरह ही लचीला होगा. कंपनी वर्तमान में टायर को क्राउडफंडिंग साइट पर बेच रही है. कंपनी ने अपना को टार्गेट भी पूरा कर लिया और यह जल्द ही मार्केट में भी उपलब्ध हो जाएगा. नया तकनीक कुल मिलाकर ऑटो सेक्टर के लिए किसी अजूबा से कम नहीं होगा.
NEW DELHI : जहां भारत देश चांद पर पहुंचकर कई आश्चर्य की खोज कर चुका है वहीं अब भारत में एयरलेट टायर भी लोगों तक आने वाली है. इस टायर को स्मार्ट कंपनी बना रही है. अभी मार्केट में एवलेबल नहीं है, लेकिन जल्द ही यह टायर दुकानों पर भी उपलब्ध होगा. साइकिल से लेकर 22 चक्के वाले वाहनों के भी टायर उपलब्ध होगा.
इस टायर को कंपनी की ओर से नासा की तकनीक से बनाने का काम किया जा रहा है. टायर पूरी तरह से मेटल से बना होगा और इसके भीतर स्प्रिंग भी लगा होगा. इसका आकार बदलेगा लेकिन फिर पुराने स्वरूप में चला आएगा.