सरायकेला : जिले के गम्हरिया प्रखंड में मुड़ीया पंचायत स्थित डीडी स्टील एंड पॉवर लिमिटेड के प्रदूषण के खिलाफ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के समक्ष एक जनहित याचिका दायर की गई है. यह याचिका पर्यावरण प्रेमी अवधेश कुमार पांडे ने कंपनी के खिलाफ दायर की है. इसमें डीडी स्टील एंड पॉवर लिमिटेड द्वारा अनियंत्रित वायु प्रदुषण के मामले को रखते हुए कंपनी को तत्काल बंद कर दंडात्मक कारवाई की मांग की गई है.
कंपनी बंद करने का था आदेश : रविशंकर पांडेय
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता रविशंकर पांडेय ने बताया की डीडी स्टील एंड पॉवर लिमिटेड द्वारा पिछले कई वर्षों से जहरीली काले धूंए को खुले वातावरण में छोड़ा जा रहा है, जिससे आम जन जीवन काफी ज्यादा प्रभावित हुआ है. वर्ष 2016 में केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्थानीय शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए कंपनी का निरीक्षण किया और भारी अनियमितता और पर्यावरण नियमों का उल्लंघन पाते हुए कंपनी को बंद करने का निर्देश दिया था. परन्तु कंपनी संचालको ने सरकार में अपनी गहरी पैठ का फायदा उठाकर दोबारा से इसके संचालन का आदेश इस शर्त पर हासिल कर लिया था कि यदि भविष्य में किसी प्रकार के पर्यावरण नियमों का उल्लंघन उनके द्वारा पाया जाता है तब पुनः इसे बंद कर दिया जाएगा, परन्तु आज तक स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण और नारकीय बनी हुई है.
पांच गांव के लोग हैं प्रभावित
वहीं, कंपनी की इस प्रदूषण की वजह से मुड़िया सहित पांच गांव के लोग बुरी तरह से प्रभावित है.उनमें फेफड़े और किडनी संबंधित रोग के अलावा कई असाध्य रोग भी फैल रहा है. याचिकाकर्ता का कहना है कि कंपनी द्वारा मुक्त प्रदूषित गैस और पानी से प्रभावित स्थानीय लोग महामारी की भेट चढ़ते जा रहे रहे. मुडिया पंचायत के प्रत्येक घर में कम से कम एक लोग अवश्य ही गंभीर बीमारी से ग्रसित कहे जाते है. बावजूद इससे बेखबर डीडी स्टील द्वारा बेहिसाब प्रदूषण फैलाया जा रहा है.