रेल अधिकारियों को इसकी जानकारी मिलने पर बच्चा मुरसलीन शेख के घर पर पहुंचे और उसे प्रमाण-पत्र देने के साथ-साथ बहादुरी का ईनाम देकर भी सम्मानित किया गया. इस दौरान रेल मंडल के डीआरएम सुरेंद्र कुमार समेत अन्य अधिकारी भी पहुंचे हुए थे. नॉर्थ इस्ट फ्रंटियर रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची डे ने बताया कि मुरसलीन के पिता रेलवे ट्रैक पर मजदूर का काम करते हैं. घटना के समय पिता के साथ मुरसलीन भी मालुका यार्ड पर आया हुआ था. इस बीच ही उसकी नजर क्षतिग्रस्त रेलवे ट्रैक पर पड़ी थी.
BENGAL NEWS : पश्चिम बंगाल के मालुका रोड यार्ड के पास 12 साल के बच्चे की सूझबूझ से एक बड़ा ट्रेन हादसा टल गया. बच्चे ने क्षतिग्रस्त रेलवे ट्रैक देख लिया था. इसके बाद ट्रेन के आते ही उसने अपना लाल टी-शर्ट खोला और उसपर डंडा लगाकर लहराने लगा. ट्रेन पायलट ने भी झंडी को गंभीरता से लेते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी.
भारी बारिश के कारण रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गयी थी. बच्चे ने सोचा कि अगर ट्रेन क्रॉस करेगी तब बड़ा हादसा हो सकता है. इसके बाद उसने इस तरह की पहल की और सफल रहा.