आदित्यपुर : आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मेडिट्रीना हॉस्पिटल में डायलिसिस की इलाजरत एक 45 वर्षीय महिला की रविवार को मौत हो गई. इस से आक्रोशित महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन समेत डॉक्टर पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया.
यह है मामला
जानकारी के मुताबिक आदित्यपुर एस टाइप निवासी राजेश ठाकुर की पत्नी 45 वर्षीय पूनम कश्यप बीते 9 महीने से डायलिसिस पर थी. उनका मेडिट्रीना अस्पताल में बीते 9 महीने से चल रहा था. यहीं उनका डायलिसिस भी होता था. इस बीच रविवार कीसुबह डायलिसिस के लिए अस्पताल पहुंची महिला की तबीयत बिगड़ी गई. फिर कुछ देर बाद महिला की मौत हो गई. मृत महिला के पति राजेश ठाकुर आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में काम करते हैं. उनका एक 15 वर्षीय पुत्र और 7 वर्षीय पुत्री है.
परिजनों का यह है आरोप
इधर मृत महिला के परिजनों ने अस्पताल और चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि महिला को डॉक्टरों ने पहले 6 इंजेक्शन दिए. उसके बाद अचानक महिला के मुंह से झाग निकलने लगा और तबियत बिगड़ने लगी. फिर अस्पताल प्रबंधन ने हाथ खड़े करते हुए महिला को दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया. जब परिजनों ने अस्पताल से एंबुलेंस की मांगी तो उन्हें एंबुलेंस तक मुहैया नहीं कराया गया. नतीजतन अधिक तबीयत बिगड़ने पर महिला ने दम तोड़ दिया.
पुलिस ने शांत कराया मामला
इधर घटना की जानकारी होने के बाद आदित्यपुर थाना प्रभारी राजन कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने महिला के उग्र परिजनों को किसी तरह समझाने-बुझाकर मामला शांत कराया. उन्होंने परिजनों को समझाने बुझाने के बाद आश्वस्त किया कि वे मामले की लिखित शिकायत करें, जिस पर आगे कार्रवाई होगी. इस बीच अस्पताल परिसर में देर तक गहमा-गहमी बनी रही.
चिकित्सक ने भी रखा अपना पक्ष
मामले के संबंध में जानकारी देते हुए अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर सुजीत कुमार ने बताया कि वह बीते 9 महीने से महिला का लगातार डायलिसिस कर रहे थे. रविवार को भी परिजन डायलिसिस के लिए पहुंचे थे. लेकिन देरी से पहुंचने के चलते वे एक मेडिकल कैंप में हिस्सा लेने निकल गए. इस बीच महिला की तबीयत बिगड़ गई, जिससे उसकी मौत हो गई. डॉक्टर सुजीत कुमार ने बताया कि रविवार को फर्स्ट हाफ में ही केवल डायलिसिस होता है. सेकंड हाफ में मशीनों की साफ-सफाई होती है. लिहाजा रविवार को डायलिसिस सेकंड हाफ में बंद किया जाता है.