सरायकेला : झारखंड आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले झारखंड आंदोलनकारी भजोहरी महतो की हार्ट अटैक से गुरुवार की सुबह पांच बजे मौत हो गई। वे 66 वर्ष के थे। उन्होंने अपने घर सरायकेला- खरसावां जिले के चांडिल के चैनपुर स्थित अपने घर मे अंतिम सांस ली। सुबह घर के सदस्यों ने उन्हें मृत अवस्था मे देखा। डॉक्टरों ने जांचोपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया। भजोहरी महतो ने 90 के दशक में झारखंड आंदोलन में नाकेबंदी के दौरान काफी सक्रिय भूमिका निभाई थी। कई बार जेल भी जा चुके थे। उनके निधन की सूचना पर विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों तथा गणमान्य लोग पहुंचे थे । लोगों ने भजोहरी महतो के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उनको नमन किया तथा श्रधांजलि दी। चैनपुर स्थित उनके घर के पास ही भजोहरी महतो की अंत्येष्टि कर दिया गया। इस घटना के बाद पूरा चांडिल में शोक पसर गया।