Ranchi : अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच के बैनर तले चांडिल डैम के 116 गांवों के हजारों विस्थापितों का आमरण अनशन मंगलवार को दूसरे दिन भी राजधानी रांची में जारी रहा. इन विस्थापितों का नेतृत्व मंच के अध्यक्ष राकेश रंजन महतो कर रहे हैं. इस बीच राज्यपाल से साकारात्मक वार्ता के बाद ही विस्थापितों ने यहां से हटने का ऐलान किया है. (नीचे भी पढ़ें)
इससे पहले 30 अक्टूबर, सोमवार को रांची के नामकुम रेलवे स्टेशन से ध्वनियंत्र वाहन के साथ भारी संख्या में विस्थापित अधिकार पदयात्रा करने के बाद राजभवन के समक्ष जाकिर हुसैन पार्क पहुंचे. वहां अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर हजारों विस्थापितों ने अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर दिया. उनका कहना है हम सभी अपने हक के लिए 42 वर्षों से लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन आश्वासन के सिवाय अब तक कुछ नहीं मिला. ऐसे में इस बार की हमारी लड़ाई निर्णायक और अंतिम होगी.
ये रहे मुख्य रूप से शामिल
इस अनिश्चितकालीन आमरण अनशन में बैठने वाले विस्थापितों में मंच के संस्थापक सह अध्यक्ष राकेश रंजन के अलावा विवेक सिंह बाबू, रबनी भुइयां, बिलासी भुइयां, सीतामनी देवी मंगला महतो, अंचला महतो, मनोहर महतो, सागर महतो, राजीव महतो, मुचीराम महतो के साथ भारी संख्या में महिला, बुजुर्ग व पुरुष विस्थापित शामिल हैं.