जमशेदपुर : शहर का जुगसलाई वाला इलाका दीपावली पर बारूद की ढेर में तब्दील हो जाता है. इस इलाके में प्रत्येक साल जिला प्रशासन की ओर से छापेमारी की जाती है. बावजूद अवैध पटाखा निर्माण कार्य बदस्तूर जारी है. इस बार भी छापेमारी कर दो ट्रक पटाखा बरामद किया गया है.
जुगसलाई में पटाखा का गोरख धंधा कैसे चलता है. यह सवाल आम लोग ही कर रहे हैं. क्या पुलिस या जिला प्रशासन के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है. क्या उनकी मिली भगत नहीं है? इस तरह के कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
सबकुछ प्रशासन के नाक के नीचे
अवैध पटाखा बिक्री और बनाने का काम प्रशासन के नाक के नीचे ही होता है. निचले से लेकर उच्च अधिकारियों तक को इसकी जानकारी है. ऐसे में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती है. लोग ही पूछ रहे हैं.
सिर्फ आरके ट्रेडर्स को है अनुमति
पटाखा लाइसेंस की बात करें तो सिर्फ आरके ट्रेडर्स को ही इसका लाइसेंस दिया गया है. इसके अलावा भी दो दुकानदारों को दिया गया है जो स्टेशन रोड पर है.
एक चिंगारी से राख हो सकती है जुगसलाई
जुगसलाई में जिस तरह से बारूद का ढेर है उसके लिए सिर्फ एक चिंगारी भर की जरूरत है. इसके बाद पूरे इलाका को जलने से कोई नहीं बचा सकेगा. यह पूरी तरह से घनी आबादी वाला इलाका है.