Chakradharpur : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीण सुरंग धंसने की घटना में झारखंड के चक्रधरपुर का सुरंग में फंसा मजदूर महादेव नायक 50 घंटे बाद भी सुरंग से बाहर नहीं निकल पाया हैं. इससे उसके घरवालों की चिंता बढ़ गई है. बता दें कि चक्रधरपुर के चेलाबेड़ा गांव के 4 लोग इस सुरंग निर्माण कार्य में लगे थे. इसमें से महादेव नायक सुरंग धंसने की घटना के 50 घंटे से ज्यादा वक्त तक सुरंग में फंसा हुआ है. उसके अलावा चेलाबेडा गांव का ही उसका साथी वेंकट नायक और चंकी नायक समेत एक और मजदूर सुरंग निर्माण के लिए उत्तरकाशी गया हुआ है. (नीचे भी पढ़ें)
बता दें कि घटना के दिन बाकि तीनों मजदूर काम पर नहीं गए थे. इसी कारण उनके सकुशल होने की सूचना है, जबकि सुरंग में फंसे महादेव नायक को ऑक्सीजन और खाने की चीजें पाइप से पहुंचाई जा रही है. इधर घरवाले अखबार और न्यूज देखकर घटना की जानकारी ले रहे हैं. वहीं जब से उत्तराखंड में निर्माणाधीन सुरंग धंसने की खबर आई है, तब से इस गांव में लोग महादेव नायक के सकुशल बाहर निकलने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. दूसरी तरफ वेंकट नायक की मां भी बेटे को लेकर चिंतित है और लगातार वीडियो कॉल कर उससे हाल-चाल ले रही है. वेंकट ने वीडियो कॉल कर जानकारी दी है, चेलाबेड़ा गांव के तीन लोग सुरक्षित हैं, जबकि महादेव नायक सुरंग में फंसा हुआ है. (नीचे भी पढ़ें)
रेस्क्यू टीम खाना और ऑक्सीजन पाइप के माध्यम से सभी को पहुंचा रही है. वहीं धीरे धीरे सभी को निकालने का प्रयास जारी है, लेकिन यह भी बताया गया है की सुरंग अभी भी धंस रहा है और ऊपर से मिट्टी का मालवा नीचे गिर रहा है. यह फिलहाल सबसे बड़ी चिंता का सबब बना हुआ है. पूरे गांव में इस हादसे को लेकर खामोशी का माहौल बनता जा रहा है. (नीचे भी पढ़ें)
सभी महादेव सहित अन्य मजदूरों के सकुशल घर लौटने की राह देख रहे हैं. दूसरी ओर, हैरत की बात यह भी है कि एक गांव एक युवक इस हादसे में फंसा हुआ है, लेकिन जिला प्रशासन ने उस पीड़ित परिवार की अब तक कोई खोज-खबर नहीं ली है और ना ही उनसे संपर्क कर उन्हें किसी तरह की मदद दे रही है. गांव में परिवार अपने हाल पर है और पल पल महादेव के सकुशल लौटने का इंतजार कर रहा है.
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