सरायकेला : स्वामी विवेकानंद सेवा पब्लिक स्कूल मुरुप में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ स्कूल का वार्षिक उत्सव मनाया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सरायकेला के अनुमंडल पदाधिकारी पारुल सिंह ने दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इससे पूर्व एसडीओ का स्कूल प्रबंधन की ओर से भव्य स्वागत किया गया.
एसडीओ ने ग्रामीण क्षेत्र में इस प्रकार के बेहतर कार्यक्रम के लिए स्कूल व स्कूल प्रबंधन की सराहना की. कहा बच्चों में कला और प्रतिभा की कमी नहीं है. बस इस कला और प्रतिभा को निरंतर निखारने की जरूरत है. इसके लिए अभिभावकों का भी साथ चाहिए.
अच्छे संस्कार के बिना देश का निर्माण असंभव- पारुल
अच्छे संस्कारों के बिना देश का नवनिर्माण असंभव है. अगर अपने देश को नया भारत बनाना है तो सबसे पहले अपने देश के भविष्य यानि यहां के बच्चों को अच्छे संस्कार देने होंगे. ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को भी आगे बढ़ाने की सख्त जरूरत है. यह विद्यालय बेहद अनुशासित ढंग से काम कर रही है. आगे चलकर यह विद्यालय उत्कृष्ट विद्यालय का रूप लेगा और किसी भी प्रकार की प्रशासनिक सहयोग के लिए मैं हमेशा तत्पर हूं.
सराहनीय है संस्कारयुक्त शिक्षा- होता
विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक रामनाथ होता ने कहा ग्रामीण क्षेत्र में अंग्रेजी माध्यम में संचालित यह स्कूल भारतीय संस्कृति व सभ्यता को सर्वोपरी मानकर बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा देने का काम कर रही है. यह सराहनीय है. विद्यालय प्रबंधक सह प्राचार्य जगत किशोर प्रधान वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा स्कूल बच्चों के व्यक्तित्व विकास को ध्यान में रखते हुए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने का काम कर रही है.
सेवानिवृत प्राधानाध्यापक ने क्या कहा
कार्यक्रम में उपस्थित सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक शंभूनाथ प्रधान ने कहा कि छात्रों के बहुमुखी और चौमुखी विकास के लिए शिक्षा के साथ-साथ पाठ्यक्रम सहगामी क्रियाओं और खेल के प्रति छात्रों को अभिप्रेरित करना विद्यालयों का दायित्व होना चाहिए. एसवीएस विद्यालय इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है. सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक मधु मंडल, शंभूनाथ प्रधान व श्यामपद महतो ने स्कूल प्रबंधन की सराहना की.
ये थे मौजूद
इस अवसर पर मुरुप पंचायत के मुखिया तापस महतो, पंचायत समिति सदस्य अनिता प्रधान, राजेन्द्र प्रधान, अजीत प्रधान, शिक्षक विकास प्रधान, बहादुर महतो, ललिन लोहार, लाखो महतो, गीता प्रधान, राधा रानी महतो, सविता महतो, नीति महतो, सीमा प्रामाणिक आदि मौजूद थे.