जमशेदपुर : जिला व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर देश के सभी व्यवहार न्यायालय और उच्च न्यायालय में बागीचा का निर्माण कराने की मांग की है. साथ ही देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद और डॉ भीमराव अंबेडर की प्रतिमा भी लगाने की मांग की है.
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ सच्चिदानंद सिन्हा जैसे असंख्य वकीलों कानून विद की भूमिका रही की एक आदर्श संविधान का निर्माण हुआ. इसका श्रेय देश की जनता डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद और डॉ अंबेडकर को देती है. यह विडंबना है कि हमारे देश की नई पीढ़ी राष्ट्रीय आंदोलन की बात छोड़ दें, हमारे देश के आजादी के राष्ट्रीय आंदोलन के पांच महान नेताओं का नाम भी क्रमशः नहीं ले सकती है.
आनेवाली पीढ़ी लेगी सबक
इस देश की युवा पीढ़ी और आने वाले पीढ़ियों को यह याद रहे कि इस अखंड मजबूत भारत राष्ट्र के निर्माण में संविधान की बड़ी भूमिका रही है. जिसने जाति धर्म भाषा लिंग के भेदभाव के बड़े अंतर को कम करने का काम किया था.
एससी में प्रतिमा लगाने पर जताया आभार
संविधान दिवस पर सर्वोच्च न्यायालय परिसर में बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की है. इसका अनुकरण देश की निचले स्तर की अदालत तक होना चाहिए. इसके लिए आभार भी जताया.
ऐसे होगी मजबूत राष्ट्र की पहल
यदि हम आने वाले समय में भारत को मजबूत राष्ट्र के रूप में देखना चाहते हैं. दुनिया के विकसीत राष्ट्रों की अगली कतार में खड़े रहना चाहते हैं तो हम देश के प्रत्येक न्यायालय में प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद एवं संविधान निर्माण में बड़ी भूमिका अदा करने वाले डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करें. इसके साथ ही राष्ट्रीय आंदोलन में अपने प्राण भारत मां को अर्पित करने वाले अनाम शहीदों को स्थान देने के लिए स्थानीय स्तर पर भी प्रतिमा लगाने का काम किया जाए.