HAJARIBAG NEWS : झारखंड के रसूलीगंज में सात साथी एक कमरे में कोयला (अंगीठी) जलाकर बुधवार की देर रात सो रहे थे. इस बीच दम घुटने से 4 की मौत हो गई है. घटना की जानकारी दूसरे दिन गुरुवार को मिली. इसके बाद सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. अभी तीन की हालत गंभीर बनी हुई है.
मृतकों की पहचान बिहार के बक्सर निवासी प्रिंस कुमार, अरमान अली, अखिलेश कुमार और राकेश कुमार के रूप में हुई है. है. घटना के बाद सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. तीन का इलाज आरोग्यम अस्पताल में चल रहा है. इसमें सलमान, राकेश और रोहित शामिल है.
सेल्समैन का काम करते थे सभी साथी
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि कुल 7 लोग एक किराये का मकान में सिरसी गांव में रहते थे. मकान मालिक राहुल का कहना है कि गुरुवार की सुबह देर तक कमरा नहीं खुलने पर दरवाजा तोड़ा गया. इसके बाद सभी को बेहोशी की हालत में देखा गया था.
कोयला से निकलती है कार्बन मोनोऑक्साइड
अगर कोयला को बंद कमरे में जलाया जाता है तो उससे कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है. यह गैस हीमोग्लोबीन में मिलकर ब्लड को कम करने का काम करता है. ऐसे में दम घुटने से मौत हो सकती है. कुछ ऐसा ही हजारीबाग में हुआ है. कभी भी बंद कमरे में कोयला जलाकर नहीं होना चाहिए. इसके पहले भी इस तरह की कई घटनाएं घट चुकी है