ADITYAPUR : विद्या देवी जैन की पुण्य स्मृति पर जयपुर फुट, लिम्स प्रोजेक्ट के तहत श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति की ओर से आदित्यपुर ऑटो कलस्टर में चिन्हित लाभुकों के बीच कृत्रिम अंग का वितरण किया गया. तीन दिवसीय शिविर के समापन पर मुख्य अतिथि के रूप मे परिवहन/ अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति/ पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चंपई सोरेन मौजूद थे.
मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि वह भी अपने स्तर से भरसक निः स्वार्थ भाव से निर्धन और जरूरतमंदों की सेवा करते आए हैं. झारखंड में दिव्यांगता में कमी आए इसे लेकर सरकार बेहतर प्रयास कर रही है. झारखंड सरकार गरीब-पिछड़े ,आदिम जनजाति के विकास के प्रति सजग है. सरकार हर संभव सहायता समिति को प्रदान करेगी.
औद्योगिक क्षेत्र की सड़कें होगी चकाचक
चंपई सोरेन ने कहा कि जर्जर सड़क, नाली आदि समस्याओं को सरकार अपने स्तर से जल्द दूर करने का प्रयास करेगी. औद्योगिक क्षेत्र की सड़क चकाचक होगी. औद्योगिक क्षेत्र में एक औद्योगिक पार्क की स्थापना होगी. यह देश भर में अलग पहचान बनाएगा
समस्याओं का होगा समाधान
जियाडा के क्षेत्रीय निदेशक प्रेम रंजन ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं को उद्यमियों के साथ मिल बैठकर हल करना होगा. एसिया अध्यक्ष इंदर अग्रवाल ने औद्योगिक क्षेत्र में जुस्को पावर द्वारा संपूर्ण बिजली नहीं प्रदान किए जाने संबंधित समस्या को मंत्री व जियाडा क्षेत्र निदेशक के समक्ष उठाया. इसपर सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिया गया.
14 हजार लोगों के बीच बांटे गए 20 लाख अंग
श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के चैयरमैन ललित केडीया ने बताया कि समिति अब तक 14 हजार से भी लोगों के बीच 20 लाख कृत्रिम अंग प्रदान किए हैं. यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. 1975 में राजस्थान के जयपुर में समिति ने कार्य करना प्रारंभ किया था. आज देशभर में सेंटर सफलतापूर्वक चल रही है. झारखंड में वर्तमान में अलग-अलग जिलों में 6 सेंटर चल रहे हैं. इसे बढ़ाकर 10 किया जाना है. पड़ोसी राज्य उडीसा और छत्तीसगढ़ में समिति ने स्थानीय सरकार के साथ मिलकर एमओयू कर दिव्यांगता दूर करने के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रही है.
ये थे मौजूद
कार्यक्रम का संचालन राजीव रंजन मुन्ना ने और स्वागत भाषण एसिया के अध्यक्ष सह कार्यक्रम संयोजक इंदर अग्रवाल ने दिया. इस अवसर पर समिति के चेयरमैन ललित केडीया, सचिव नेमी अग्रवाल, संयोजक विमल जैन, वरीय समाजसेवी एके श्रीवास्तव, ऑटो कलस्टर के प्रबंध निदेशक एसएन ठाकुर, स्वपन मजूमदार, विजय छापरिया, राजेंद्र अग्रवाल, प्रवीण गुटगुटिया, दशरथ उपाध्याय, चतुर्भुज केडिया, प्रकाश मेहता, दिव्यांशु सिन्हा आदि मौजूद थे.