ईचागढ़ : सरायकेला-खरसावां जिला के कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र के लेटेमदा गांव के बीच मुख्य पीसीसी सड़क पर चापाकल का पानी बहने से पूरा सड़क ने ही कीचड़ का रूप धारण कर लिया है. सड़क बदहाल हो गई है. गांव के लोगों का अपने घरों से निकलना मुहाल हो गया है.
राहगीरों को इस सड़क पर आवाजाही करने में काफी परेशानी हो रही है. ऐसे में गांव के लोगों को ही इस दिशा में पहल करनी चोही. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क किनारे एक चापाकल लगा हुआ है और उस चापाकल से गांव के लोग पीने का पानी लेने पहुंचते हैं.
पानी निकासी का रास्ता नहीं
चापाकल से पानी का निकासी का कोई रास्ता नहीं है. ऐसे सड़क पर ही पानी का जमाव हो रहा है. सड़क भी दल-दल बन गई है.
बीमारी को दे रहा आमंत्रण
सड़क पर ही जल-जमाव होने से अब यह बीमारी को आमंत्रण कर रहा है. लोगों का कहना है कि गांव में मच्छरों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी है. लोग बीमारी के भी शिकार हो रहे हैं.
मुंह फेरे हुए हैं मुखिया जी
ग्रामीणों ने कहा है कि पंचायत के मुखिया और पंचायत प्रतिनिधियों को कई बार इस नरक से निकालने के लिए सोख्ता (गढ्ढा) का निर्माण कराने का आग्रह किया गया है. पंचायत प्रतिनिधि और ना ही प्रखंड प्रशासन इस दिशा में पहल कर रहा है.
फिसलकर गिरते हैं ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि करीब 2 वर्षों से यहां दलदल से परेशी हो रही है. कई ग्रामीण फिसलकर गिर चुके हैं. राहगीर भी कीचड़ में फिसल कर गिरते रहते हैं.
जहां जरूरत है वहं सोख्ता की व्यवस्था नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र में पेयजल और स्वच्छता विभाग द्वारा गांवों में सोख्ता गढ्ढा तो बनाया जा रहा है लेकिन जहां सबसे ज्यादा जरूरी है वहां पर सोख्ता का निर्माण नहीं कराया जा रहा है.
सोख्ता के नाम पर ठेकेदारी तो नहीं
पूरी समस्या को देखकर लगता है कि बिचौलिए के माध्यम से जहां-तहां सोख्ता गढ्ढा बनाकर ठेकेदारी की जा रही है. ग्रामीणों ने कहा कि जब स्वच्छता विभाग से स्वच्छ भारत मिशन के तहत चापाकल, कुंआ आदि का गंदे पानी को सोखने के लिए सोख्ता गढ्ढा बनाया जा रहा है. जहां विशेष जरूरी है, लोगों को कीचड़ से लेकर बीमारी तक का दंश झेलना पड़ रहा है.
पीएलवी फागुराम ने क्या कहा
पीएलवी फागुराम महतो ने कहा कि जल्द ही एसडीएम से मिलकर ग्रामीणों को इस दल-दल से निजात दिलाने के लिए सोख्ता गढ्ढा निर्माण कराने का मांग करेंगे.