जमशेदपुर : आखिर मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी की बजाए अब 15 जनवरी को क्यों मनायी जाएगी? इस बात को लेकर लोग भ्रम की स्थिति में हैं. कुछ समाज के लोग 14 जनवरी को भी मकर संक्रांति मना रहे हैं. अधिकांश जागरुक लोग 15 जनवरी को मनाएंगे.
ज्योतिष की मानें को अगले 2080 तक 15 जनवरी को ही मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा. उसके बाद मकर संक्रांति 16 जनवरी को होगा.
शतभिषा नक्षत्र में मनायी जाएगी मकर संक्रांति
मकर संक्रांति इस बार शतभिषा नक्षत्र में मनाई जाएगी. शास्त्रों के हिसाब से उत्तरायण की अवधि को देवताओं के लिए दिन होता है और दक्षिणायन की अवधि को रात होता है. इस बार उत्तरायण 15 जनवरी को होगा.
राशि का भी होगा परिवर्तन
इस बार 15 जनवरी को सूर्य धनु राशि को त्यागकर सुबह 9.13 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे. ज्योतिष गणना के अनुसार 2080 के बाद मकर संक्रांति 16 जनवरी को मनाई जाएगी.
राशि परिवर्तन में लगता है 20 मिनट विलंब
ज्योतिष गणना के अनुसार सूर्य को प्रत्येक साल राशि परिवर्तन करने में 20 मिनट तक का समय लगता है. ऐसे में 72 सालों में 24 घंटे का अंतर आता है. इस कारण से ही 72 घंटे के बाद मकर संक्रांति एक दिन के लिए बढ़ जाती है.