JHARKHAND NEWS : झारखंड की चंपाई सोरेन की सरकार ने सोमवार को विधानसभा में विश्वासमत हासिल कर लिया है. चंपाई सोरेन की सरकार में 47 विधायकों ने अपना मतदान किया जबकि विरोध में 29 वोट पड़े. इस दौरान कुछ विधायक नहीं पहुंचे थे तो कुछ ने वोटिंग में ही हिस्सा नहीं लिया. निर्दलीय विधायक सरयू राय ने वोटिंग नहीं की.
सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि पूर्ण बहुमत वाली सरकार 2019 में बनी थी. सरकार बनने के बाद से ही सरकार को गिराने की साजिश की जा रही थी. कोरोनाकाल में हेमंत सोरेन ने बेहतर कार्य किया.
बिना खाता के ही जेल भेज दिया
झारखंड के सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि हेमंत बाबू के नाम पर कोई खाता ही नहीं है. ऐसे में उन्हें कैसे जेल भेज दिया गया है? सीएम रहते जमीन घोटाला में कैसे जेल भेज दिया गया है?
आदिवासी नेतृत्व की छमता बढ़ने पर कसता है शिकंजा
चंपाई सोरेन ने कहा कि जब भी झारखंड में आदिवासी नेतृत्व की छमता बढ़ती है तब-तब शिकंजा कसने का काम किया जाता है. हेमंत सोरेन के साथ भी कुछ ऐसा ही किया गया है.
भानु प्रताप शाही को क्यों नहीं भेजा जेल
सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि भानु प्रताप शाही के पास से ईडी ने 7 करोड़ रुपये जब्त किए थे, लेकिन उसे क्यों जेल नहीं भेजा गया. भानु प्रताप भाजपा में चले गए थे इस कारण से उन्हें छोड़ दिया गया. हेमंत सोरेन ने उनकी बात नहीं सुनी तब गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.