POTKA : पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड अंतर्गत कोवाली थाना क्षेत्र के बागती पाड़ा के रहने वाले 30 वर्षीय देवव्रत रजक का शव एक तालाब से बरामद किया गया है. वह बीते 17 जनवरी से लापता था. इस मामले में परिजनों ने एक लिखित आवेदन कोवाली थाना में देते हुए गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था. इस बीच सोमवार की सुबह बंगाली पाड़ा के पीछे तालाब में शव मिलने से सनसनी फैल गई. उसके बाद कोवाली पुलिस एवं इंस्पेक्टर इंद्रदेव राम पहुंचकर मामले की छानबीन की, जिसके बाद तालाब से शव को बाहर निकाला गया. (नीचे भी पढ़ें)
वहीं, लापता देवव्रत रजक के परिजनों ने मोबाइल एवं हाथ के कड़े से देवव्रत रजक की पहचान की. उसके बाद परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम करने के लिए ले जाने से रोक दिया. उनकी मांग थी कि दोषियों को अभिलंब गिरफ्तार किया जाए. वहीं, परिजनों द्वारा लिखित आवेदन देते हुए दोषियों को ऊपर कार्रवाई की मांग की है. देवव्रत की मां सुलेखा रजक ने कहा कि मेरे बेटे की एक साजिश के तहत हत्या किया गया है. मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं, सुष्मिता रजक ने कहा कि दोषी जो भी हो बचना नहीं चाहिए, क्योंकि यह सरासर हत्या का मामला है. मौके पर स्थानीय जिला परिषद सूरज मंडल, समाजसेवी उत्पल बोस आदि उपस्थित रहे. इधर, इंस्पेक्टर इंद्रदेव राम, पोटका थाना प्रभारी विनोद टुडू, कोवाली थाना प्रभारी रंजीत उरांव मामले की जांच में जुट गये हैं.