जमशेदपुर : सांसद विद्युत वरण महतो ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे से संदन में मिले और एफसीआई के 179 मजदूरों का मनमानी ढंग से जमशेदपुर से स्थानांतरण करने का मामला उठाया. सांसद ने एक पत्र लिखकर श्री चौबे से कहा कि इन मजदूरों को भारतीय खाद्य निगम के प्रबंधन के द्वारा मनमानी तरीके से जमशेदपुर से जसीडीह और धनबाद स्थानांतरण कर दिया गया है. इनमें से कई मजदूर यहां पर लंबे समय से अपनी सेवा दे रहे थे.
कई मजदूर रिटायर की स्थिति में आ गए थे, लेकिन उन्हें भी नहीं छोड़ा गया. इन मजदूरों को हटाकर अब उनके स्थान पर ठेका मजदूरों से काम लिया जा रहा है, इस प्रकार भारतीय खाद्य निगम जहां एक और अपने स्थायी कर्मचारियों को भी वेतन का भुगतान कर रही है वहीं दूसरी ओर ठेका श्रमिकों को भी पारिश्रमिक दे रही है. इससे भारत सरकार को राजस्व की क्षति भी हो रही है.
कैसे की गई है अनदेखी
भारतीय खाद्य निगम के खाद्य संग्रह विभाग भंडार जमशेदपुर के 179 मजदूरों में सरदार, मंडल, हथालन श्रमिक और सहायक श्रमिक शामिल हैं. स्थानांतरण मनमाने तरीके से किया गया है. उनके स्थानांतरण में श्रम नियमावली का पूरी तरह से अनदेखी की गई है. सांसद ने मंत्री से इस मामले को अविलंब संज्ञान में लेते हुए उनके स्थानांतरण आदेश को अविलंब रद्द करने की मांग की है. साथ ही मामले की जांच कर इसके लिए जिम्मेवार अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने की मांग की है.